भाद्रपद के मौसम में दही खाने से क्यों बचना चाहिए ? जानिये 10 कारण
इस मौसम में दही में बैक्टीरिया अधिक हो सकते हैं जो आंतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं
टॉन्सिल बढ़ने की समस्या और खांसी-सर्दी की दिक्कत हो सकती है।
पाचन की दिक्कतों से बचे रहने के लिए इस मौसम में दही के सेवन से बचना चाहिए।
आपको गैस, पेट में गड़बड़ी और अपच आदि की शिकायत हो सकती है।
इस दौरान दही खाते हैं तो कफ जमने के साथ अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।
क्योंकि इस महीने में तापमान अधिक होता है और दही ठंडी तासीर का होता है।
बारिश और उमश के कारण जाठरगनी मंद पड़ जाती है जिस कारण दही आतों में ऐसिड बनाता है ।जिससे सीने पेट में जलन भी हो जाती है।
आपके जोड़ों में पुराना दर्द रहा है तो ये दुबारा से उभर सकते हैं.
इन दिनों दही में बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है जो आंतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
भाद्रपद माह में मनुष्य को दही और इससे बनी वस्तुओं छाछ, लस्सी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.