स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में मसूरी नगर पालिका को उत्तराखंड में मिला पहला स्थान

मसूरी, उत्तराखंड। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में मसूरी नगर पालिका को उत्तराखंड में पहला स्थान और देश में 91 वां स्थान मिला है। जिसके तहत मसूरी नगर पालिका परिषद को स्वच्छ सर्वेक्षण में पहला स्थान प्राप्त करने पर केंद्र सरकार की ओर से 25 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण में पहला स्थान हासिल करने पर मसूरी में खुशी की लहर है। वह मसूरी नगर पालिका परिषद के साथ मसूरी में 2016 में कूडा प्रबंधन की शुरुआत करने वाले कीन संस्था के संस्थापक क्राइडर और उनकी समस्त टीम ने पत्रकार वार्ता करते हुए खुशी जाहीर की है। बर्द्रर क्राइडर ने कहा कि उनके द्वारा मसूरी को कूड़े से मुक्त करने की मुहिम सफल होती नजर आ रही है। उन्होने कहा स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत मसूरी नगर पालिका परिषद ने देश में 91 वां स्थान हासिल किया है. वहीं उत्तराखंड में पहला स्थान हासिल किया है, जो मसूरी के लिए गर्व की बात है ऐसे में मसूरी को स्वच्छ सर्वेक्षण में देश में पहले स्थान में लाना उनकाि अगला लक्ष्य है। उन्होने कहा कि कीन सस्था के प्रत्येक कर्मचारियों खासकर जमीनस्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों को जाता है जिन्होने दिन रात वह कारोना काल में भी लगातार कार्य किया।

उन्होंने बताया कि 1995 में मसूरी में जगह जगह फैले कूड को देखकर काफी दुखी हुए थे जिसके बाद उन्होनेकूडे प्रबंधन को लेकर अपने घर के आस-पास और पास के स्कूल वुडस्टोक स्कूल से शुरुआत कर लोगों को कूड़े से पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उसको कूडे प्रबंधन कर उसको आर्थिक और पर्यावरण की दृष्टि में उपयोग में लाने के बारे में बताया गया। वहीं 2016 को नगर पालिका मसूरी से मिलकर इसकी शुरुआत मसूरी शहर में की गई वही वर्तमान में नगर पालिका परिशद के क्षेत्र के अंतर्गत सभी जगह कूडा प्रबंधन के तहत घरों घरो से कूडा को ण्कत्रित किया जा रहा है वही सूखे कूडा को बेच कर आमदानी का जरीया बनाया जा रहा है तो गिले कूडे को खाद्य बनाने में बागवानी के उपयोग में लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज लोगों को कूड़े के बारे में जागरूक किया गया ब्रदर क्राइडर ने कहा कि उनके द्वारा 14 लोगो के साथ कीन की शुरुआत की गई थी जो वर्तमान में 150 से जयादा हो गई है वही स्वच्छता और कूडे प्रबंधन का कार्य जमीनी स्तर पर कर्मचारी द्वारा किया गया वह जिन्होंने दिन रात मेहनत कर कीन के मिशन को कामयाब किया और आज लोगों को कूड़े के बारे में जागरूक किया गया। सुनील पवार कीन संस्था के सदस्य ने कहा कि मसूरी में कूडे प्रबंधन को लेकर शुरुआती दौर पर लोगों को जागरूक करने में खासी दिक्कतें पेश आई परंतु हल्के हल्के लोगों को कूडे के बारे में जागरूक किया गया जिसके बाद लोगो द्वारा स्वंय की गिले सूखे कूडे का अलग करने लगे वही बडे होटलों के साथ्र करीब 180 परिवार गिले कूडे का प्रयोग खाद्य बनाने के लिये कर रहे है। उन्होने बताया की मसूरी नगर पालिका द्वारा मसूरी शहर के विभिन्न क्षेत्रों पर स्थापित बड़े-बड़े कूड़ेदान हटा दिए गए हैं वह उनकी मुहिम है कि मसूरी को नो वेस्ट जोन के रूप् में स्थापित किया जाये। जिसको लेकर नई तकनीकियों का प्रयोग किये जा रहे है। नही तकनीक के द्वारा कूडे को लेकर हो रहे अलग अलग कार्यों की डीजीटल मोनीट्रींग भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि नई तकनीक के माध्यम से मसूरी में विलय और कूड़े जिले और सूखे कूड़े को मॉनिटरिंग करने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कीन संस्था का मुख्य उद्देश्य है कि मसूरी को देश में स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान में लाना है परंतु इसके लिए कई चुनौतियों का सामना करना होगा। उन्होंने कहा की जनता की सहभागिता भ्इसके लिये बहुत जरूरी है ऐसे मेे मसूरी की जनता का मसूरी नगर पालिका को स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान में लाने अहम भूमिका निभाई है।

संस्था के सुपरवाइजर अशोक कुमार ने बताया कि शुरुआती दौर पर लोगों को कूड़े के बारे और कूड़े से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूक किया गया ।धीरे धीरे कर कर लोग ने गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग करके देना शुरू कर किया गया। उन्होने कहा कि वर्तमान गीले कूड़े को खाद्य में तब्दील किये जाने को लेकर लोगो को जागरूक किया जा रहा है । मसूरी में बडे होटलों के साथ करीब 180 परिवारों ने गिले कूडे को एकत्रित कर खाद्य बनाकर कर बागवानी के लिये प्रयोग कर रहे है। उन्होने कहा कि कीन सस्था द्वारा 140 कर्मचारियों में 80 महिलाये कार्यरत है जिसके तहत महिला को सशक्त बनाये जाने को लेकर भी कीन सस्था कार्य कर रही है।

रिपोर्टर-सुनील सोनकर