North East Rising Investors Summit: विकसित भारत के लिए नार्थ-ईस्ट का विकास बेहद जरुरी -ज्योतिरादित्य सिंधिया

Jyotiraditya Scindia

North East Rising Investors Summit: नार्थ ईस्ट भारत के विकास के लिए केन्द्र सरकार लगातार प्रयासरत है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नार्थ ईस्ट के विकास को लेकर अक्सर जोर देते रहते है । इसी कड़ी में केन्द्र सरकार नार्थ ईस्ट का विकास हो एक नार्थ ईस्ट राइजिंग इन्वेस्टर्स समिट करवाने जा रही है।

North East Rising Investors Summit

पूर्वोत्तर भारत एक दशक पहले भारत का दूरदराज का क्षेत्र माना जाता था अब ये देश का केंद्र बन गया हैं। यहां आर्थिक विकास की अपार संभावनाएं हैं यहां 12 से 13 फीसदी की दर से विकास हो रहा है आने वाले समय में यहां नए युग का शुभ आरंभ होगा जो न केवल पूर्वोत्तर भारत में बल्कि पूरे देश और दक्षिण पूर्वी एशिया में खुशहाली लाएगा ।

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पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगामी राइजिंग नार्थ ईस्ट निवेशक समिट 2025 के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि ये पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों अष्टलक्ष्मी की आर्थिक संभावनाओं को दुनिया के सामने प्रस्तुत करेगी। सिंधिया ने बताया कि निवेशक समिट के लिए अब तक लगभग एक लाख 12 हजार करोड़ रूपए की लागत के 732 प्रस्ताव आए हैं। उन्होने साफ किया कि पहले की कोई भी परियोजना इसमें शामिल नहीं हैं सब शून्य से शुरू होने वाली योजनाएं हैं ।

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यहां तक पहुंचने के लिए मंत्रालय ने भारत सरकार के अन्य 54 मंत्रालयों आठो राज्यों के मुख्यमंत्रियों , राज्यपालों , मुख्य सचिवों और अन्य अफसरों के साथ मिल कर कड़ी मेहनत की। देश के नौ शहरों में रोड शो किए , 68 गोलमेज बैठक कीं, हर राज्य के चैंबर ऑफ कॉमर्स और उद्योगपतियों के साथ बैठक कीं ।

विदेशी निवेशकों को लुभाने के लिए 76 देशों के राजदूतों और उच्चायुक्तों को बुला कर प्रजेंनटेशन दिया गया। सिंधिया ने कहा ये केवल निवेश की समिट नहीं है बल्कि पूर्वोत्तर भारत में बदलाव की बयार की यात्रा है। ये पूर्वोत्तर भारत को देश विदेश के व्यापार का केंद्र और दक्षिण पूर्व एशिया कॉरिडोर बनाने का प्रयास है। ये पूर्वोत्तर भारत में विश्वास ,विजन और प्रतिबद्धता की यात्रा है आने वाला कल पूर्वोत्तर भारत का है ।

राईजिंग नार्थ ईस्ट इन्वेस्टर समिट 2025 आगामी 23 और 24 मई को दिल्ली में होगी । मंत्रालय के सचिव चंचल कुमार ने बताया कि निवेशकों ने नौ मुख्य क्षेत्रों – पर्यटन , स्वास्थय , शिक्षा कौशल , कपड़ा हथकरघा और दस्तकारी , मूलभूत ढांचा , कृषि एंव संबंधित क्षेत्र , उर्जा औऱ आईटी , मंनोरंजन और खेल में निवेश करने में रूचि दिखायी है । सबसे ज्यादा प्रस्ताव पर्य़टन के लिए आए हैं । चंचल कुमार ने बताया कि रिलांयस , टाटा , बिरला . अडानी , अंबानी समेत अन्य कई बड़े  उद्योग समूह समिट में हिस्सा लेंगें । दो दिन में कुल 11 सत्र होंगे।

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