Champai Soren Jharkhand News: झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंपई सोरेन को राज्यपाल क राधाकृष्णन ने शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।मुख्यमंत्री के अलावा दो मंत्रियों ने भी शपथ ली है। शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम है आलमगीर आलम,सत्यानंद भोक्ता जानकारी के मुताबिक शपथ लेते ही विधायकों को हैदराबाद भेज दिया गया है ताकि किसी भी तरह की पार्टी में टूट को रोका जा सके दरअसल 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है।
Champai Soren Jharkhand News
Champai Soren Jharkhand News: शपथ लेने से पहले राज्यपाल क राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को सूबे का मुख्यमंत्री नियुक्त किया। शपथ ग्रहण समारोह राज भवन के दरबार हॉल में आयोजित हुआ । हेमंत सोरेन के रिश्ते पर के बाद चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दीवा बुधवार को ही पेश कर दिया था। मगर कल पूरे दिन भर सरकार गठन को लेकर संशय की स्थिति बनी रही। झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर तकरीबन 4 साल तक काम करने के बाद हेमंत सोरेन ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफा के बाद राज्य में राजनीतिक संकट गहराने लगा । पहले खबर आई थी कि सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सत्ता सौंप सकते हैं लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
कौन है आलमगीर आलम
आलमगीर आलम पहली बार साल 2002 में अभिभाजित बिहार में राबड़ी देवी की सरकार में हस्तकरघा विभाग के मंत्री बने थे। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष तक का सफर तय किया । साल 2000, 2005, 2014 और 2019 में चुनाव जीतकर विधायक बने मधुकोड़ा की सरकार में 2 साल तक वह अध्यक्ष रहे। साल 2014 और 2019 के चुनाव के बाद उन्हें झारखंड प्रदेश कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया था ।
वहीं दूसरी ओर राजद के सत्यानंद भोक्ता चित्र विधानसभा सीट से निर्वाचित विद्यायक है वह तीन बार झारखंड के मंत्री बन चुके हैं। चंपई सोरेन कैबिनेट से पूर्व हुआ है हेमंत सोरेन और अर्जुन मुंडा की कैबिनेट में मंत्री रहे थे। सत्यानंद भोक्ता ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से की थी वह साल 2000 और 2004 में बीजेपी के टिकट से निर्वाचित हुए थे 2019 में आरजेडी में शामिल हुए और विधायक के रूप में जीत हासिल कर हेमंत सोरेन की कैबिनेट में श्रम मंत्री बने सत्यानंद गुप्ता चतरा जिला के सदर प्रखंड के करी गांव के रहने वाले हैं।
आपको बता दें कि झारखंड कांग्रेस के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा है की नई सरकार 10 दिन के भीतर अपना बहुमत साबित करेगी । वहीं दूसरी ओर जानकारी के मुताबिक 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है। कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल की गठबंधन से सरकार के तौर पर चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों के टूटने की भी खबरें थी इस पर चंपई सोरेन ने कहा कि हम एक झूठ है हमारा गठबंधन मजबूत है हमें कोई तोड़ नहीं सकता।
आदिवासी नेता चंपई सोरेन झारखंड के 12वीं मुख्यमंत्री बने हैं। 23 साल के अपने सफ़र में झारखंड अब तक 11 मुख्यमंत्री देख चुका है। झारखंड की 81 सदस्य विधानसभा में गठबंधन के पास 47 विधायक हैं जिसमें झामुमो के 29 कांग्रेस के 17 और राज्य के एक सदस्य शामिल है। दूसरी और भारतीय जनता पार्टी 26 और आजसु के तीन विधायक हैं इसके अलावा दो सदस्य निर्दलीय हैं जबकि एनसीपी और सीपीआई के भी एक-एक विधायक है।
इसे भी पढे़:-Jharkhand Latest News: चंपई सोरेन होंगे झारखंड के नए मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन ने दिया इस्तीफा