Tariff War: टैरिफ पर पीछे नहीं हटा अमेरिका, तो भारत ने पिछले दो महीने में इन देशों से कर ली बड़ी डील

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Tariff War: टैरिफ की वजह से भारत और अमेरिका के रिश्ते बिगड़ गए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वजह से ऐसा हुआ है ।भारत से संबंध बिगड़ने के कारण ट्रंप खुद अपने देश में घिरे हुए हैं।

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दूसरी ओर भारत अमेरिका के सामने डटकर खड़ा है और अपने कूटनीतिक चाल से ट्रंप को कड़ा संदेश भी दे रहा है पिछले दो महीना में हिंदुस्तान कई देशों से अपनी मित्रता बधाई और कई समझौता पर हस्ताक्षर भी किए हैं ।जब से अमेरिका से संबंधों में कड़वाहट आई है तब से विदेशी नेताओं का भारत आना शुरू हो गया है । इस लिस्ट में चीन फिजी फिलिपींस कतर कज़ाख़िस्तान जैसे देश शामिल है ।इन देशों के साथ भारत ने डील करके अमेरिका को संदेश दिया है कि आप टैरिफ बढ़ाते रहिए हमें फर्क नहीं पड़ता। हम अपने अन्य विकल्पों को देखेंगे और उनके साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेंगे।

सबसे पहले बात करते हैं चीन के विदेश मंत्री वांग यी के दौरे से वांग अगस्त यानी इसी महीने भारत यात्रा पर आए थे यह वह दौरा था जिस पर अमेरिका और ट्रंप की निगाहें बनी हुई थी वांग का यह दौरा ऐसे समय में हुआ जब भारत और चीन पुरानी कड़वाहट को किनारे करके संबंधों को सुधारने में जुटे थे वांग के भारत आने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विदेश मंत्री जयशंकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल चीन गए थे।

कजाकिस्तान से इन मुद्दों पर हुई सहमति

कजाकिस्तान के प्रथम उप रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल सुल्तान कमालतदीनॉव भारत यात्रा पर आए थे उनके इस दौरान दोनों पक्षों ने दो पक्षी सहयोग को पढ़ने और सैनिक संबंधों को विस्तार देने पर चर्चा की रक्षा मंत्रालय के मुताबिक सौगतपुर और महत्वपूर्ण माहौल में दोनों देशों में रक्षा सहयोग और रक्षा औद्योगिक सहयोग से संबंधित मामलों पर चर्चा की वह इस बात पर सहमत हुए की दोनों पक्षों के बीच साझेदारी रक्षा को लेकर गतिशील है और इसे बेहतर बनाने की संभावना है।

इसी महीने की शुरुआत में फिलिपींस के राष्ट्रपति मार्कोस भारत की यात्रा पर आए उनके इस यात्रा के दौरान दो-दो देशों ने व्यापार रक्षा डिजिटल तकनीक और सांस्कृतिक क्षेत्र में सहयोग को लेकर व्यापक कार्य योजना का ऐलान किया।

फिजी के प्रधानमंत्री लिगामामादा राबुका रविवार को भारत यात्रा पर आए थे उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की राबुका ने यहां ट्रंप को मैसेज दिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात में बाद कहा कि हो सकता है कि कोई व्यक्ति आपसे खुश नहीं है लेकिन आपका व्यक्तित्व इतना बड़ा है कि आप सहयोग स्थितियों को भी जेल सकते हैं।

अमेरिका से तनाव के बीच कतर के ट्रेड मिनिस्टर अहमद बिन मोहम्मद अल-सेक भारत यात्रा पर आए इस दौरे पर आने से पहले शहीद नहीं इसी साल फरवरी में भारत के साथ नए व्यावसायिक अवसरों निवेशों पर ध्यान केंद्रित करने की इच्छा जताई थी।

टैरिफ विवाद के बीच ब्राजील भारत के साथ खड़ा है ब्राजील के राष्ट्रपति ट्रंप को इग्नोर करके सुर्खियों में आ गए थे उन्होंने कहा था कि वह ट्रंप से नहीं भारत के प्रधानमंत्री से बात करेंगे । उनका यह बयान कई बातों की ओर इशारा किया पहले की ट्रंप पॉलिसी से ब्राजील खफा है दूसरा की व्रिक्स देश का फाउंडर मेंबर होने के नाते अमेरिकी विरोध को बिल्कुल भी नहीं भूले वही सबसे महत्वपूर्ण संकेत यह कि भारत उनका पांचवा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है साथी भारत की कंपनियों का 6 अरब डॉलर से ज्यादा ब्राजील में निवेश।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अगस्त से जापान और चीन के दौरे पर जाने वाले हैं। उनकी इस यात्रा को कई महत्वपूर्ण समझौता के तौर पर देखा जा रहा है प्रधानमंत्री इस यात्रा के दौरान भारतीय और जापानी उद्योगपतियों के साथ एक बिजनेस लीडर्स मंच पर भाग लेंगे। इस मंच का उपदेश दोनों देशों के बीच व्यापार निवेश प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाना है इस वार्ता के दौरान जापान द्वारा भारत में अगले 10 वर्षों में 10 ट्रिलियन इन यानी की 68 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा की है की जाएगी भारत भारत और जापान 17 वर्षों में पहली बार सुरक्षा सहयोग पर संयुक्त घोषणा को संशोधित करने जा रहे हैं जापान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन जाएंगे राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी मुलाकात होगी 7 साल बाद प्रधानमंत्री का चीन द्वारा होगा इसके बाद सितंबर में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आएंगे यह सारे वह कम है जिससे अमेरिका और ट्रंप को संदेश दिया जा रहा है।

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