Fitch Rating: भारत की अर्थव्यवस्था में आए उछाल से रेटिंग बेहतर हुई है। इससे आगे भी देश के आर्थिक हालात अच्छे रहने की उम्मीद बढ़ गई है।
Fitch Rating
Fitch Rating: पिच रेटिंग्स ने देश के आर्थिक व्यवस्था में सुधार के संकेत दिए हैं। मध्यमावती के लिए भारत के ग्रंथ अनुसार पेंच मध्य अवधि के लिए भारत के रेटिंग को 0. 7 फ़ीसदी बढ़ाकर 6.7 फ़ीसदी कर दिया गया है। इसके उलटे चीन की रेटिंग कम हो गई है। उसके ग्रोथ अनुमालित में कमी आई है। भारत के बारे में पिच रेटिंग्स ने रोजगार दर में सुधार और कार्य आयु जनसंख्या पूर्वानुमान में मामूली वृद्धि को देखते हुए मध्यम अवधि की विकास दर को बेहतर बताया है और इस दर को शून्य दशमलव 7% अंक बढ़कर 6.7 प्रतिशत कर दिया है।
पिच के मुताबिक भागीदारी दर में अपेक्षित नकारात्मक वृद्धि को देखते हुए भारत की अनुमानित श्रम आपूर्ति वृद्धि भी 2019 की तुलना में कम है इसमें 10 उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर इसकी नवीनतम वैश्विक आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा कि जबकि भागीदारी दर मंदिर से उबर गई है यह 2000 के दशक की शुरुआत में किए गए स्तरों से काफी नीचे बनी हुई है। आंशिक रूप से महिलाओं के बीच रोजगार दर बहुत कम है।
पिच का अनुमान इसके पिछले आकलन यानी की जुलाई में प्रकाशित तीन प्रतिशत से परिवर्तित है। इसमें कहा गया है कि लेकिन यह व्यक्तिगत देश स्तर पर बड़े बदलाव को छुपाता है। हमने रूस और चीन के अनुमानों में क्रमशः 0.8 पी और शून्य दशमलव 7 पीपी की कटौती की है। और कोरिया दक्षिण अफ्रीका के अनुमान में 0.2 पी की कटौती की है पिछले यह भी कहा है कि इसके विपरीत हमने मैथ्स को और पोलैंड के संभावित विकास अनुमानों में क्रमशः 0.6 पी और पी की वृद्धि की है। हमने भारत का अनुमान 0.7 पी बढ़ा दिया हालांकि पिछले कहा है कि लेकिन या महामारी से आर्थिक व्यवधानों की विरासत को भी उजागर करता है। 2020 में चीन और तुरकियों को छोड़कर सभी M10 में जीडीपी गिर गई भारत मैच को और दक्षिण अफ्रीका में बहुत तेज गिरावट आई बाद में सुधारो के बाद भी 2022 में सकल घरेलू उत्पाद आमतौर पर अभी भी विशेष रूप से भारत इंडोनेशिया मेक्सिको में महामारी से पहले के रुझानों के अनुमानों से काफी नीचे था ।
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