Artificial intelligence: भाविश अग्रवाल ने क्रुत्रिम AI लैब की भी घोषणा की, जो एक लीडिंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च लैब है। आइए जानते है विस्तार से…
Artificial intelligence
दुनिया में लगातार AI के क्षेत्र में इनोवेशन हो रहे है. भारत भी लगातार इसमें बेहतरी कर रहा है. इसी कड़ी में ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल भी AI की दुनिया में अपनी किस्मत अपनाने जा रहे है. उन्होंने 4 फरवरी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वेंचर “क्रुत्रिम” में 2,000 करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया है. उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल तक 10,000 करोड़ रुपए और निवेश करेंगे.
AI लैब की शुरुआत
भाविश ने ‘आर्टिफिशियल AI लैब’ की भी शुरुआत की है, जो एक विशेष AI रिसर्च लैब होगी. इसके तहत, कई AI मॉडल्स की शुरुआत की गई है, जिसमें ‘कृत्रिम-2’ मॉडल, विजन लैंग्वेज मॉडल, स्पीच लैंग्वेज मॉडल और टेक्स्ट-टू-टेक्स्ट ट्रांसलेशन मॉडल शामिल हैं.
भाविश अग्रवाल
भाविश ने बताया कि वे पिछले एक साल से AI पर काम कर रहे थे और अब उन्होंने अपना काम ओपन सोर्स कम्युनिटी के लिए साझा किया है, ताकि सब लोग मिलकर इसे बेहतर बना सकें. उनका मुख्य लक्ष्य भारत के लिए AI को अधिक और उपयोगी बनाना है. इसके तहत उन्होंने सभी भारतीय भाषाओं में AI को लागू करने का भी लक्ष्य रखा है.
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर
इसके अलावा, भाविश ने ये भी बताया कि कृत्रिम और Nvidia मिलकर भारत का पहला सुपर कंप्यूटर ‘GB 200’ बना रहे हैं, जो मार्च तक शुरू हो जाएगा. उनका दावा है कि साल के अंत तक यह भारत का सबसे बड़ा सुपर कंप्यूटर बन जाएगा.
AI क्लाउड सर्विस
क्रुत्रिम ने AI क्लाउड सर्विस की शुरुआत भी की है, जो डेवलपर्स और कंपनियों को हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग संसाधनों का उपयोग करने में मदद करेगा. इस सेवा से उनका काम तेज और आसान हो जाएगा.
कृत्रिम का विकास और भविष्य
कृत्रिम को 2023 में शुरू किया गया था और 2024 में यह 1 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न कंपनी बन गई. अब, इसके और भी बड़े विकास की उम्मीदें जताई जा रही हैं.
इसे भी पढ़ें:- https://indiapostnews.com/delhi-assembly-election-2025-2/