Bhojpuri Sammelan: पूर्वांचल एकता मंच आयोजित करेगा दो दिवसीय विश्व भोजपुरी सम्मेलन- शिवजी सिंह

Bhojpuri Sammelan: द्वारका के दादा देव मेला ग्राउंड में आयोजित होता विश्व का सबसे बड़ा भोजपुरी सम्मेलन।

भोजपुरी सम्मेलन में शिरकत करेंगी देश की जानी मानी हस्तियां

भोजपुरी भाषा को संविधान की अष्टम अनुसूची में शामिल करे सरकार: शिवजी सिंह अध्यक्ष पूर्वांचल एकता मंच

Bhojpuri Sammelan

नई दिल्ली; भोजपुरी विश्व में 16 देशों में लगभग 25 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक अंतरराष्ट्रीय महत्व की एक अत्यंत मधुर भाषा है। भोजपुरी का साहित्य अत्यधिक समृद्ध है। भोजपुरी की पढ़ाई बहुत से विश्वविद्यालय में पढाई जा रही हैं।परन्तु दुर्भाग्य की बात है कि अब तक भोजपुरी को उसका वास्तविक अधिकार नहीं मिल सका है। जिसको संवैधानिक मान्यता दिलाने और भोजपुरी की विशिष्टता को लोगो तक पहुंचने के लिए पूर्वांचल एकता मंच (विश्व भोजपुरी सम्मेलन) का आयोजन करने जा रही है। दो दिनों तक होने वाले इस सम्मेलन में भोजपुरी से जुड़े देश विदेश के बहुत से विशिष्ट अथिति भाग लेंगे। द्वारका के दादा देव मेला ग्राउंड सेक्टर 8 में आयोजित किया जाएगा।

आयोजन के आयोजक पूर्वांचल एकता मंच के अध्यक्ष शिवजी सिंह ने बताया कि विदित हो कि भारत सरकार द्वारा गठित ‘सीताकान्त महापात्रा कमिटी’ ने भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता हेतु अपनी संस्तुति भी दी थी। करोड़ों भोजपुरी भाषियों की निरंतर मांग के बावजूद आज तक भोजपुरी भाषा को संविधान की अष्टम अनुसूची में सम्मिलित नहीं किया गया है। केंद्र सरकार की एक हाई लेवल कमेटी ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं करने की सिफ़ारिश की है। यानी उन्हें राजभाषा का दर्जा देने से इनकार किया है। पिछली सरकार ने इन मांगों की जांच के लिए होम मिनिस्ट्री में अतिरिक्त सचिव बी.के. प्रसाद की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमेटी बनाई थी।

इसमें होम मिनिस्ट्री, कल्चरल मिनिस्ट्री, एचआरडी, लॉ मिनिस्ट्री, साहित्य अकादमी, राजभाषा विभाग और केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान और रजिस्ट्रार जनरल ऑफ़ इंडिया के सीनियर अफसर शामिल थे। पिछले महीने होम मिनिस्ट्री को सौंपी अपनी रिपोर्ट में इस कमेटी ने आठवीं अनुसूची में मौजूद 22 भाषाओं को शामिल करने की प्रक्रिया और मापदंडों को सही नहीं माना। कमेटी ने यह भी कहा कि इन भाषाओं को शामिल करने से हिंदी के विकास पर प्रभाव पड़ेगा।

अब भोजपुरी भाषा को संविधान की अष्टम अनुसुची में शामिल करने हेतु आर -पार की लड़ाई लड़ने का समय आ गया है इसी उद्देश्य से पूर्वांचल एकता मंच ने 12 और 13 अप्रैल, 2025 को, दिन शनिवार व रविवार को दिन में 10 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक विश्व भोजपुरी सम्मेलन कराने का निर्णय लिया है जिसमें भोजपुरी भाषा, साहित्य और संस्कृति से जुड़े देश विदेश के विद्वान, साहित्यकार, कलाकार और भोजपुरी संगीत, सिनेमा से जुड़े लोग भाग रहे हैं।


इस अवसर पर पूर्वांचल एकता मंच के राष्ट्रीय संयोजक मुकेश सिंह ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन करता पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद के साथ श्री अश्विनी चौबे, श्री वीरेंद्र सिंह मस्त और कई सांसद और विशिष्ट प्रतिष्ठित गणमान्य भाग लेंगे। पहले दिन साहित्यिक गोष्ठी , कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा जिसमें दिनेश लाल यादव, मुन्ना सिंह, कल्पना पटवारी सलीके कलाकार भाग लेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम सांसद श्री मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री श्री जीतन राम मांझी और कैबिनेट मंत्री डॉ पंकज सिंह की उपस्थिति में किया जाएगा।

वहीं कार्यक्रम के दूसरे दिन का उद्घाटन दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, कैबिनेट मंत्री श्री कपिल मिश्रा और सांसद श्रीमती हेमा मालनी द्वारा किया जाएगा। वहीं कार्यक्रम में पारंपरिक चैता, भोजपुरी सिनेमा का विशेष सम्मान भोजपुरी स्टार श्री कुणाल सिंह, श्री रवि किशन और श्री दिनेश लाल यादव (निरहुआ) द्वारा किया जाएगा।

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