नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सहित 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद BJP अब मिशन गुजरात पर लग चुकी है। 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आते हीं, उसी सुबह पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंच गए। उन्होंने एयरपोर्ट से लेकर गांधीनगर में स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय ‘मंगलम’ तक 9 किलोमीटर लंबा रोड शो भी किया। गुजरात में पिछले साल ही पूरी सरकार ही बदल दी गई थी और भूपेंद्र सिंह पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके अलावा नितिन पटेल समेत तमाम पुराने नेताओं को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया। प्रधानमंत्री का यह मेगा रोड शो और बीजेपी की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि बीजेपी गुजरात चुनाव को लेकर कितनी गंभीर है। ऐसे में मनाना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ही गुजरात विधानसभा चुनाव के मुख्य चेहरा होंगे।
सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर ये है कि गुजरात में विधानसभा का चुनाव समय से पहले जून 2022 में हीं कराये जा जकते हैं। इसके लिये गुजरात बीजेपी नें सर्वे के लिये कई टीमें काम पर लगा दी हैं। चुंकि हाल हीं में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम को बीजेपी जनता के सामने एक लहर के रुप में पेश कर इसका पूरा फायदा उठाना चाह रही है। वैसे तो गुजरात विधानसभा का कार्यकाल दिसम्बर 2022 तक का है…लेकिन गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की बढ़ती सक्रियता से बीजेपी की चिन्तायें बढ़ गई हैं। और यही कारण है कि बीजेपी ने गुजरात में तेजी से सर्वें कराना शुर कर दिया है। अगर सर्वे रिपोर्ट बीजेपी के पक्ष में आया तो जून 2022 में ही गुजरात का विधानसभा चुनाव कराया जा सकता है।
उधर आम आदमी पार्टी की पंजाब में शानदार जीत के बाद से हीं अरविंद केजरीवाल भी गुजरात को लेकर बहुत गंभीर दिख रहे हैं. इसलिए उन्होंने चुनाव के नतीजे आने के ठीक 1 दिन बाद हीं दिल्ली से विधायकों की टीम गुजरात भेज दिया है. गुजरात के विभिन्न जिलों में आम आदमी पार्टी के द्वारा तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. इस तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए दिल्ली के विधायक और गुजरात के प्रभारी गुलाब सिंह यादव, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज, पार्टी के सीनियर नेता और विधायक दिलीप पांडे, अजय यादव, नरेश यादव शामिल हैं।
हाल हीं में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी बौखलाई हुई है। पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए अपना अस्तित्व बचाते हुए गुजरात का चुनाव जीतना कांग्रेस के लिये काफी महत्वपूर्ण है। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा, ‘‘हमारा हौसला टूटने वाला नहीं है. हम लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं. गुजरात के चुनाव का उत्तर प्रदेश के चुनाव से क्या लेना-देना. हमें तो गुजरात की परिस्थितियों और मुद्दों पर चुनाव लड़ना है. पिछली बार हमें 82 सीटें मिली थीं, इस बार उससे बेहतर प्रदर्शन करेंगे.’’ उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के गुजरात में दस्तक देने के बावजूद कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस के खिलाफ भाजपा पीछे से आप की मदद कर रही है।
यही कारण है कि चार राज्यों में बड़ी जीत के बाद बिना किसी देरी के प्रधानमंत्री का गुजरात जाना भी इस चुनाव को लेकर उनकी गंभीरता को दिखाता है। पीएम मोदी गुजरात के कई आयोजनों में शामिल भी हुए, पंचायत महासम्मेलन को संबोधित किये जहां पंचायती राज संस्थानों से जुड़े हुए कई प्रतिनिधि मौजूद रहे, खेल महाकुम्भ का उद्घाटन भी ङन्होंने किया। जानकारी के अनुसार इस रैली में लगभग 5 लाख के करीब लोग शामिल हुए ।
प्रधानमंत्री भले ही अभी उत्तरप्रदेश से सांसद है। लेकिन जब पहली बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में बीजेपी ने सामने लाई थी तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उस चुनाव में बीजेपी ने गुजरात मॉडल को सामने रखा था और बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की थी। वर्तमान समय में भी भले ही मोदी उत्तरप्रदेश से सांसद है। लेकिन आज भी उनको एक गुजराती को रूप में ही देखा जाता है। इसलिए मोदी खुद ही इस चुनाव की बागडोर संभालते दिखाई दे रहे हैं।
बीजेपी और खासकर पीएम मोदी द्वारा चुनाव को हल्के में नहीं लेने के पिछे की खास वजह है साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव । बीजेपी लोकसभा चुनाव के पहले किसी भी तरह से विपक्ष को कोई मौका नहीं देना चाहती है। मोदी यह जानते है कि अगर बीजेपी यहां अगर अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो विपक्ष इसे गुजरात मॉडल के फैलियर के रूप में प्रस्तुत कर सकता है। जिसका बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान देखने को मिल सकता है।
रिपोर्ट- धर्मेन्द्र सिंह