Chandra Grahan: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज सूतक काल टाइमिंग भारत में कब दिखेगा

Chandra Grahan: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण खगोल शास्त्र और ज्योतिष दोनों की दृष्टि से यह ग्रहण बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारत में दुनिया के कई हिस्सों में खगोलीय घटना दिखाई देगी। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक चंद्र ग्रहण के साथ ही सूतक काल का भी विशेष महत्व होता है जिसका पालन करना जरूरी है।

इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 29 मिनट की होगी और इस दौरान सूतक काल भी प्रभावी रहेगा जिसका धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विशेष महत्व होता है ।आईए जानते हैं कब से कब तक रहेगा चंद्र ग्रहण ।सूतक काल की अवधि भारत में ग्रहण के दौरान किन बातों का रखना है ख्याल।

भारतीय समय के मुताबिक यह चंद्र ग्रहण आज रात को लगेगा ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है जिसे अशुभ माना जाता है इस दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी है।

चंद्र ग्रहण की शुरुआत 7 सितंबर 9:58 पर होगा

चंद्र ग्रहण का समापन 8 सितंबर देर रात 1:26 पर

ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 29 मिनट

सूतक की शुरुआत 7 सितंबर दोपहर 12:58 पर यानी कि ग्रहण लगने से लगभग 9 घंटे पहले से शुरू होगा।

भारत में कहां-कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण भारत के लगभग सभी हिस्सों में दिखाई देगा खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों को यह दुर्लभ घटना देखने को मिलेगा । भारत के अलावा यह ग्रहण एशिया के कई देशों जैसे कि ऑस्ट्रेलिया रूस अफ्रीका यूरोप के भी कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।

चंद्र ग्रहण में क्या करें और क्या ना करें

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ग्रहण के समय कुछ विशेषतावधानियां बरतनी चाहिए इसके नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सकता है।

क्या करें:  ग्रहण के दौरान ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है।

देवी देवताओं का ध्यान रखना मन ही मन में इष्ट देव का ध्यान करें।

ग्रहण के बाद स्नान ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद स्थान करना चाहिए।

गंगाजल का छिड़काव:  स्नान के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करना शुद्धिकरण के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। दान ग्रहण के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज कपड़े पैसे दान करने से पुण्य मिलता है।

क्या ना करें

पूजा पाठ इस दौरान मूर्तियों को स्पर्श न करें और मंदिर के कपाट बंद रखें।

खुले में ना निकले:  गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि इसका असर शिशु पर बुरा पड़ सकता है।

बाल और नाखून इस दौरान बाल नाखून नहीं काटना चाहिए श्रृंगार से भी बचना चाहिए।

ग्रहण के समय किसी भी नए कार्य की शुरुआत ना करें।

आपको बता दे कि वैज्ञानिक रूप से चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जब पृथ्वी सूर्य चंद्रमा के बीच आ जाती है और चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी को रोक लेती है जिससे  चंद्रमा पर अंधेरा छा जाता है यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है इसका हमारे जीवन पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता।

हालांकि धार्मिक और ज्योतिष चाहिए मान्यताओं का पालन करना लोगों की आस्था पर निर्भर करता है यह चंद्र ग्रहण साल का अंतिम चंद्र ग्रहण है इसका काफी महत्व बढ़ जाता है ।

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