Eye Diseases: दुनिया भर में करोड़ों लोग कॉर्निया में खराबी के कारण अंधेपन का शिकार हो गए हैं इस बीमारी में आंखों की परत पर नुकसान होता है।
Eye Diseases
Eye Diseases: कार्निया ट्रांसप्लांट से ही आंखों की इस बीमारी का इलाज किया जाता है हालांकि ट्रांसप्लांट के लिए कार्निया का दान करने वालों की संख्या बहुत कम है। इस वजह से अंधेपन का शिकार लोगों पर समय पर कहानी नहीं मिल पाता। हालांकि अब एक नई तकनीक का विकास किया गया है। इसके लिए बायो इंजीनियर कार्निया को तैयार किया जा रहा है इसको लेकर नेचर बायोटेक्नोलॉजी में रिसर्च भी पब्लिश की गई है इन कार्निया को कोलाजन प्रोटीन से तैयार किया गया है।
इसको लेकर ईरान और भारत में मेडिकल प्रोफेशनल्स ने ट्रायल भी शुरू किया है इस ट्रायल में कैरेट कॉर्निया की समस्या से जूझ रहे 20 लोगों के समूह ने हिस्सा लिया इस ट्रायल से पता चला है की नई तकनीक से कहानी इंप्लांट करने से 20 में से 14 लोगों के आंखों की रोशनी वापस आई है।
अगर एक बार कहानी पूरी तरह से डैमेज हो जाता है तो व्यक्ति अंधेपन का शिकार हो जाता है ऐसे मामलों में केवल कहानी ट्रांसप्लांट से ही रोशनी वापस लाई जा सकती है। लेकिन कई मामले में मरीज को कहानी समय पर नहीं मिल पाता है। इसका बड़ा कारण क्या है कि लोगों में नेत्र दान को लेकर जागरूकता में कमी पाई गई। लोगों को लगता है की आंखों के ट्रांसप्लांट में पूरी आंख ही निकाल दी जाती है लेकिन ऐसा नहीं होता है इसमें केवल दाता की आंख से कार्निया ही निकला जरूरी है लोगों को इसके बारे में जानकारी टिकट नहीं लगे टिकट रह गया।
डॉ बताते है की आंखों की देखभाल के लिए जरूरी है हल्के में ना लिया जाए आंखों से पानी आना आंखों में दर्द खुजली आंखों का लाल होना जैसे परेशानियां हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए इस मामले में लापरवाही ना बरते ।
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