Lok Sabha Election 2024: 370 सीटों की खातिर भाजपा में होगी बड़े पैमाने पर जॉइनिंग

Lok Sabha Election 2024:लोकसभा चुनाव 2024 फतह करने में बीजेपी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024: बीजेपी महाधिबेशन की बैठक में पीएम मोदी ने बीजेपी को 370 और एनडीए के लिये 400 सीट मिलने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में भाजपा के लिए यह टारगेट हासिल करना इज्जत का सवाल हो गया है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि यह टारगेट कैसे हासिल होगा? इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी ने कई स्तर की प्लानिंग की है।

छोटे छोटे दल के साथ गठबंधन करना

370 की महत्वकांक्षी लक्ष्य को भेदने के लिए बीजेपी कई छोटे- छोटे राजनितिक दलो से गठबंधन करने की फ़िराक़ में है। इसको देखते हुए बीजेपी हर राज्य में या तो छोटे छोटे दलो से गठबंधन करेगी या फिर क्षेत्रीय नेताओ को अपने पार्टी में शांमिल करने की रणनीति अख्तियार कर रही है। इसी रणनीति के तहत बीजेपी ने यूपी में राष्ट्रीय लोकदल को अपने साथ जोड़ा है। इसका सीधा फायदा बीजेपी को यूपी जैसे बड़े राज्य में मिलेगा। जयंत के पाला बदलने से INDI अलायंस को जोर का झटका लगा है क्योंकि इससे पश्चिमी यूपी में चुनावी समीकरण बदल गया है। जयंत वेस्ट यूपी के बड़े नेता माने जाते है।इस बार पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में NDA को 64 सीटें पर जीत मिली थी। ऐसी ही रणनीति बीजेपी में महाराष्ट्र में अख्तियार की है। आगे आने वालों दिनों में बीजेपी ऐसे ही छोटे छोटे गठबंधन विभिन्न राज्यों में राजनीतिक और समाजिक समीकरण को देख्ते हुए कर रही है।।इस दिशा में महाराष्ट्र , झारखंड ,बिहार ,मध्यप्रदेश और उत्तरपूर्व में छोटे छोटे क्षत्रपों से भाजपा की बात चल रही है। ऐसा करते समय ,भाजपा दो -दो लोकसभा सीटों पर प्रमुखता रखने वाले राजनीतिक दलो से बात करी है, ताकि इन सीटों पर जीत सुनिश्चित हो पाय।

रीजनल क्षत्रप पर भी फ़ोकस

महाराष्ट्र में इस समीकरण को साधने के।लिये
कांग्रेस के अशोक चव्हाण को बीजेपी में शांमिल किया गया है। चव्हाण के आने से बीजेपी, का नांदेड़ के आसपास के 4 सीटों पर जीत सुनिश्चित मानी जा रही है । अभी महाराष्ट्र में 48 में से 23 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। लेकिन बीजेपी का दावा है कि ये दल और लोग , प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से प्रभावित से होकर ,बीजेपी के साथ आ रहे हैं। ऐसे ही रणनीति झारखंड में भी लागू करने की तैयारी हो रही है।।झारखंड में बीजेपी पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को बीजेपी में शामिल करने वाली है। गीता कोड़ा सथाल की, दो से तीन लोकसभा सीट पर समीकरण भाजपा के पक्ष में कर सकती है। उधर बिहार में वाईएपी के मुकेश सहनी भी भाजपा नेताओ के साथ सम्पर्क में है।

370 की खातिर भाजपा अपने सिद्धांतों की भी दे रही है बली..

कुछ ऐसे ही समीकरण को साधने की कोशिश बिहार में हुई है। नीतीश के साथ सरकार में जाने का फैसला इस रणनीति का एक हिस्सा रहा है। नीतीश के बिना बिहार में बीजेपी लोकसँभा 2024 के चुनाव में सिर्फ 26 सीटो तक सिमटती दिख रही थी।लिहाजा इस समीकरण को दुरूस्त करने और 2019 का परफॉर्मेंस एक बार फिर दोहराने के लिए बीजेपी ने एक बार फिर नीतीश के साथ गठबंधन कर लिया । कुछ ऐसा ही गठबंधन झारखंड , जम्मू कश्मीर , मध्यप्रदेश और दक्षिण के कुछ राज्यो में भी दिख सकता है। झारखंड में बीजेपी छोटे- छोटे दल और कुछ निर्दलीय नेताओं को अपने पाले में लाने पर काम कर रही है।

ऐसे में कोई आश्चर्य नही होना चाहिए, अगर कांग्रेस और अन्य दलों के क्षत्रप अपने अपने दलो को छोड़कर , बिजेपी का दामन थाम ले।।इसके रणनीति के पीछे भाजपा का एक ही मकसद है किसी प्रकार से 370 का टारगेट हासिल करना।

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Reported By Kamlesh Kumar/New Delhi