मेघालय राज्यपाल सत्यपाल मलिक- “आजकल जो इश्यू है किसानों वाला,उसपर बोला कुछ तो कंट्रोवर्सी हो जाएगी, अखबार वाले ऐसा कर देते हैं कि मैं दो हफ्ते इंतज़ार करता हूँ कही दिल्ली से फोन न आ जाये!
हालांकि गवर्नर को हटाया नही जा सकता, लेकिन कुछ शुभचिंतक हैं वो इसी तलाश में रहते हैं कि कुछ बोलें और ये हटें…पूछते हैं फेसबुक पर की गवर्नर,साहब जब आप इतना महसूस करते हैं तो इस्तीफा क्यों नही दे देते…!
मैं गवर्नर वोट से तो बना नही,मुझे दिल्ली में बैठे 2,3 लोगो ने बनाया है,मुझे पता है कि मैं उनके इच्छा के विरुद्ध बोल रहा हूँ….मुझे पता है कि उनको दिक्कत होगी…वो जिस भी दिन कह देंगे कि अब हमें दिक्कत हो रही है,छोड़ दो…मैं एक मिनट नही लगेगा कुर्सी छोड़ दूंगा”….