पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए केंद्र को सौंपा गया प्रस्ताव, पश्चिम चंपारण में 1719 एकड़ भूमि चिन्हित कर ली गई है – सैयद शाहनवाज हुसैन

बिहार विधानसभा में उद्योग बजट पर उत्तर देते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने दी जानकारी

सोमवार को बिहार विधानसभा में बिहार बजट 2022-23 में उद्योग विभाग के लिए किए गए बजट प्रावधानों पर चर्चा में जवाब देते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने एक बड़ी जानकारी सदन से साझा की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की 4 हजार 445 करोड़ रुपए की महात्वाकांक्षी पीएम मित्र परियोजना के तहत प्रस्तावित 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क में से एक अगर बिहार को मिला तो वो पश्चिम चंपारण में बनेगा।

उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए 1 हजार 719 एकड़ जमीन पश्चिम चम्पारण में चिन्हित कर ली गई है और केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय को इसके लिए प्रारंभिक परियोजना प्रस्ताव सौंपा जा चुका है। पीएम मित्र परियोजना के तहत 7 में से एक मेगा टेक्सटाइल पार्क हासिल करने के लिए वस्त्र मंत्रालय को राज्य की तरफ से प्रस्ताव सौंपने की आखिरी तारीख 15 मार्च 2022 है। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमने समय रहते जमीन खोजकर और पूरी तैयारी कर इसके लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंप दिया है।

सदन में उद्योग विभाग के बजट पर बोलते हुए उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में अब सुपरफास्ट तरीके से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व और निर्देशन में दो दिनों के भीतर पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क के लिए 1 हजार 719 एकड़ जमीन चिन्हित की गई और बेहद कम समय में पूरी तैयारी कर वस्त्र मंत्रालय को प्रारंभिक परियोजना प्रस्ताव सौंप दिया गया ।

उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि टेक्सटाइल उद्योग के लिए बिहार का औद्योगिक परिदृश्य बेहद अनुकूल है और अगर कम से कम 1000 एकड़ भूमि में बनने वाला 7 में से एक पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क बिहार को मिलता है तो ये बिहार के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि बिहार को पीएम मित्र पार्क मिले इसके लिए वो कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

सदन में चर्चा का उत्तर देते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने उद्योग क्षेत्र में बिहार की उपलब्धियां भी गिनाई और विपक्ष को बताया कि बिहार में कैसे उद्योग और रोजगार सृजन के क्षेत्र में बड़े काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में देश में सबसे अधिक निवेश प्रस्ताव हासिल करने वाला राज्य बिहार था और ताजा अपडेट तक बिहार को 39 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि गया के डोभी में अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कोरिडोर (एकेआईसी) परियोजना के तहत पहले चरण में 1670.22 एकड़ भूमि पर Integrated Manufacturing Cluster ( IMC) बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इस योजना के लिए केंद्र सरकार की तरफ से अऩुदान राशि 400 करोड़ रुपए है।

सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में मेगाफूड पार्क का काम भी तेजी से चल रहा है । यहां बहुत सी बहुत कंपनियों से निवेश प्रस्ताव मिल चुका है।

उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में इस वक्त उद्योगों का सबसे अच्छा माहौल है। उन्होंने कहा कि उद्योग जो कभी प्राथमिकता सूची में नीचे से 6ठे नंबर पर था, मुख्यमंत्री जी और उपमुख्यमंत्री जी का शुक्र है कि वित्त वर्ष 2022-23 में उद्योग और उद्योग में निवेश को 6 सूत्रीय एजेंडे में शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योगों के विकास के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस और इज ऑफ डूईंग बिजनेस में बेहतरी के लिए जो भी करना है, वो किया जाएगा और बिहार एक साल में स्टार्टअप कैपिटल भी बन रहा है।

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