Ramesh Bidhuri: क्या होता है विशेषाधिकार प्रस्ताव – जाने

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Ramesh Bidhuri: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की बाजूबानी के खिलाफ विपक्ष की बात विपक्षी दल के कई सांसदों में लोकसभा महासचिव और लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है ।

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Ramesh Bidhuri: रमेश विधूड़ी के खिलाफ नियम 222 226 और 227 के तहत नोटिस देने की मां की गई है एनसीपी सांसद सुप्रिया सूली और टीएमसी सांसद अपारूपा पोद्दार ने बीएसपी सांसद को दानिश शैली के खिलाफ संसदीय टिप्पणी को लेकर लोकसभा बीजेपी सांसद रमेश विधूड़ी के खिलाफ विशेषता अधिकार प्रस्ताव शुरू करने के लिए लोकसभा महासचिव को पत्र लिखा है मोदी ने लोकसभा सांसद रमेश विधूड़ी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव शुरू करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है

आईए जानते हैं क्या होता है विशेषाधिकार प्रस्ताव

व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से सांसदों के पास कुछ विशेषाधिकार प्राप्त है यदि कोई भी सदस्य अपने अधिकारों का दुरुपयोग करता है तो उसे विशेषाधिकार प्रस्ताव का उल्लंघन कहा जाता है।यह प्रस्ताव दोनों सदन के सदस्य पर लागू होता है सांसदी कानून के मुताबिक विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दंडनीय है। लोकसभा और राज्यसभा में ले गए इस प्रस्ताव को सदन के अध्यक्ष द्वारा देखा जाता है।

लोकसभा नियम पुस्तिका के अध्याय 20 में नियम संख्या 222 विशेष अधिकार को नियंत्रित करती है नियम के मुताबिक कोई भी सदस्य अधिकार के उल्लंघन से जुड़ा सवाल उठा सकता है ।इसके लिए अध्यक्ष की सहमति होनी जरूरी है ।

संसद में अब तक कोई ऐसा विशेष कानून नहीं बनाया गया है जिससे सभी विशेषाधिकारों को व्यापक रूप से संहिताबद्ध किया जाए । विशेषाधिकार प्रस्ताव के मामलों के लिए एक स्थाई समिति होती है। यही समिति सांसदों के खिलाफ विशेष अधिकारों के उल्लंघन के मामलों की जांच करती है ।और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की सिफारिश करती है। पत्र में कहा है कि वह भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ नियम 222,226 और 227 के तहत नोटिस देना चाहते हैं ।उनके मुताबिक रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में उनके खिलाफ आतंकवादी उग्रवादी और कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है ।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा से लोकसभा सदस्य दानिश अली ने पत्र में लिखा कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि नियम 227 के तहत इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए। मेरा आपसे आग्रह है कि मामले में जांच का आदेश दिया जाए। दानिश अली यह भी कहना है कि मामले में कार्रवाई जरूरी है ताकि देश का माहौल और दूषित ना हो।

बीजेपी सांसद रमेश बिधुडी ने गुरुवार को लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। हालांकि इसको लेकर सदन के उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खेद जताया था।

गौरतलब है कि चंद्रयान 3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां के विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पीठासीन सभापति सुरेश ने भी इस पर विधूड़ी के आपत्ति शब्दों को रिकॉर्ड से हटाने के निर्देश दिए थे ।

21 सितंबर को सदन में शोर शराबा जारी रहने पर सदन के उप नेता राजनाथ सिंह ने कहा हालाकि मैने सुनी नही है लेकिन रमेश बिधूड़ी ने यदि ऐसा कुछ कहा है जिससे बीएसपी सांसद की भावना आहत हुई है तो इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटा देना चाहिए ।उन्होंने यह भी कहा कि मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं। अब इस पर कांग्रेस ने विधूड़ी के निलंबन की मांग की है। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार शाम राहुल गांधी ने भी दानिश अली के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की है।

हांलाकि इससे पहले बीजेपी ने रमेश बिधूडी को नोटिस जारी कर पूछा है क्यो ना आपके खिलाफ कारवाई की जाये । वही दूसरी ओर लगातार ये मामला तूल पकडता जा रहा है। दरअसल सभी राजनीतिक दल 2024 की लोकसभा की तैयारियो में जुट गई है ऐेसे में विपक्ष के हाथ एक बडा मुद्दा लग गया जिसको वो छोडना नहीं चाहती है। ऐसे में अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस तरह की बदजुबानी की भारतीय जनता पार्टी पर कितना असर पडता है।