RTO Full form: आरटीओ का फुल फॉर्म

RTO Full Form

RTO Full form: आरटीओ फुल फॉर्म रीजनल ट्रांसपोर्ट Regional Transport Officer ऑफीसर होता है। हिंदी में इसे क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी भी कहते हैं।

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RTO Full form: आरटीओ यानी की रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस में कई तरह के कर्मचारी काम करते हैं जिनके कार्य अलग-अलग भी होते हैं और उनके पद भी अलग होते हैं ऐसे में चलिए बताते हैं कि आरटीओ का फुल फॉर्म क्या होता है आरटीओ कैसे बने?

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में 18 साल के ऊपर चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस बनाया जाता है। क्षेत्र के वाहनों का पंजीकरण होता है वाहनों का प्रदूषण जांच भी किया जाता है और वाहनों का बीमा भी इस कार्यालय द्वारा किया जाता है। इस कार्यालय में वाहनों से संबंधित सारे काम किए जाते हैं।

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में तीन तरह के पद होते हैं। पहले क्लर्क, दूसरा सब असिस्टेंट इंजीनियर का पद और तीसरा न्यायिक पद होता है। ऐसे में अगर आप भी आरटीओ में नौकरी करना चाहते हैं तो इस पद पर आप कार्य कर सकते हैं आरटीओ अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार को तमाम चीजों की जरूरत होती है चलिए जानते हैं।

आरटीओ अधिकारी का पद ग्रेड बी का पद होता है। इसके लिए परीक्षा का आयोजन राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा किया जाता है उम्मीदवारों की सीधे नियुक्ति सीधे आरटीओ के पद पर नहीं होती । राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में पास होने के बाद उम्मीदवार की नियुक्ति असिस्टेंट रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफीसर अथवा मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर के तौर पर होती है। इन पदों पर कुछ साल सेवा देने के बाद उम्मीदवार को प्रमोशन देकर आरटीओ के पद पर नियुक्त किया जाता है। इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की उम्र 21 से 30 साल के बीच होनी चाहिए। आरटीओ ऑफीसर बनने के लिए उम्मीदवार को राज्य के राज्य सरकार द्वारा आयोजित पीएससी यानी कि पब्लिक सर्विस कमीशन पास करना जरूरी है यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है पहले लिखित, शारीरिक दक्षता परीक्षा ,इंटरव्यू।

एक आरटीओ अधिकारी का औसतन वेतन 30000 से ₹60000 महीना होता है हालांकि वेतन में कुछ असमानताएं हो सकती हैं या कार्य अनुभव पर आधारित होता है साथी वेतन अलग-अलग राज्य में अलग होता है।

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