जब खाकी के ऊपर लगे गंभीर आरोप, जुर्माना भरने के लिए कोर्ट ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तलब किया है

औरैया, यूपी। एक बार फिर से खाकी के ऊपर गंभीर आरोप लगे हैं और जिसका जुर्माना भरने के लिए कोर्ट ने सीएमओ यानी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तलब किया है। मामला बड़ा हैरान कर देने वाला है क्योंकि पुलिस ने जहां एक तरफ आईपीएल में सट्टा का काम करने वाले सटोरियों को गिरफ्तार किया है तो वहीं कोर्ट में पेश किए गए आरोपियों की चोटिल हालत को देखकर और मेडिकल रिमोट को नार्मल में देखकर न्यायधीश ने कोर्ट में CMO को तलब किया है।

मामले की शुरुआत हुई उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में अजीतमल कोतवाली क्षेत्र में जहां पर वर्तमान समय में चल रहे आईपीएल के दौर में आईपीएल का सट्टा लगाने वाले 4 सटोरियों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया और उनके साथ सट्टा में उपयोग किए जाने वाले सामान व नकदी भी बरामद की। इतना ही नहीं पुलिस ने इन सभी का पकड़े जाने के बाद बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपनी पीठ थपथपाई क्योंकि एक बड़ी सफलता हाथ लगी थी। इसके उपरांत सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया ।

जब आरोपियों को कोर्ट में जज साहब के सामने मेडिकल रिपोर्ट के साथ पेश किया तो मेडिकल रिपोर्ट देखकर और पकड़े गए आरोपियों की हालत देखकर जज साहब ने तत्काल ही सीएमओ को तलब करवाया और पुनः सभी आरोपियों का मेडिकल करवाया गया जिसमें जैसा आप की आंखों देखी छोटे डॉक्टर को अब स्पष्ट रूप से लिखनी पड़ी । लेकिन इन सब से माननीय न्यायधीश का पारा चढ़ गया उन्होंने तत्काल ही CMO को कोर्ट में पेश होने के आदेश पारित किए। वहीं पकड़े गए आरोपियों में से एक के पिता ने बताया कि हां मेरा बेटा सट्टे का काम करता है लेकिन मेरे बेटे को सबसे पहले एसओजी ने उठाया मेरे बेटे के साथ तीन अन्य लोगों को भी उठाया और बुरी तरीके से हवालात में अन्य स्थानों पर ले जाकर मारपीट की और जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई इसके साथ ही साथ पुलिस के ऊपर 24 दिन लगातार सट्टा चलने का 24 लाख रुपया भी मांगा ।

सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि यह तो सभी जानते हैं कि जो भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया तो उसकी ठुकाई तो निश्चित है लेकिन ठुकाई के बाद अगर डॉक्टर भी खाकी के डर से गलत रिपोर्ट बनाने लगेंगे तो गंभीर चोटों के आरोपियों की हवालात में या जेल में मृत्यु तो निश्चित ही है और इसके दोषी कोई और नहीं धरती का दर्जा प्राप्त भगवान यानी सरकारी डॉक्टर ही कहे जाएंगे क्योंकि खाकी ने तो अपना काम कर दिया है मारपीट कर लेकिन उसको न्यायालय में सही सलामत सही रिपोर्ट के साथ सरकारी डॉक्टर की कला भी पहुंच आती है अब देखना यह है इस पूरे प्रकरण में आरोपी पुलिसकर्मियों पर में क्या कार्रवाई होती है और सीएमओ साहब क्या जवाब देंगे कि उनके सरकारी लिबास पहने डॉक्टर खाकी के डर से झूठी मेडिकल रिपोर्ट बनाते हैं ।

रिपोर्ट- अंजुमन तिवारी