बुल्डोजर पर दिल्ली से लेकर पूरे देश में दंगल क्यों ?

नई दिल्ली। हम सभी अपने बुजुर्गों से एक कहावत सुनते आ रहे हैं कि जब किसी का घर जल रहा होता है तो कुछ लोग हाथ सेंकने चले आते हैं, तो कुछ लोग उसकी रौशनी से ही फायदा उठाते नजर आते हैं।

दर-ब-दर ठोकरें खाईं तो ये मालूम हुआ ।
घर किसे कहते हैं क्या चीज़ है बे-घर होना ।।
नेताओं ने सिर्फ राजनीतिक खेल खेला है।
वो क्या जाने गरीबों ने जो दर्द झेला है ।।
सच तो यह है कि न दुआ ने, न दवा ने रखा।
हमको ज़िंदा मेरे हीं दामन की हवा ने रखा।।

दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हिंसा हुई थी. इसके बाद प्रशासन के एलान के बाद आज एमसीडी की ओर से अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू हुई. हालांकि, कुछ देर बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने एमसीडी की कार्रवाई पर रोक लगा दी, इसके बावजूद तोड़फोड़ जारी रही क्योंकि तबतक प्रशासन के पास कोर्ट के आदेश की कॉपी नहीं पहुंची थी।

नॉर्थ एमसीडी की कार्रवाई चल ही रही थी कि अचानक सुबह करीब 11 बजे सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दखल दिया और एमसीडी की कार्रवाई पर रोक लगा दी. कोर्ट ने फिलहाल यथास्थिति बनाए रखने को कहा. मामले में अब अगली सुनवाई कल की जाएगी.

ये बुलडोजर मस्जिद के पास बनी दुकान पर भी आदेश के बाद चलते दिखा. बुलडोजर चलाने की कार्रवाई से लोगों में गुस्सा है. उनका कहना है कि कई साल से दुकानें लगाकर पेट पाल रहे थे और आज बिना बताए दुकानें तोड़ने आ गए.

जैसे हीं वहां बुल्डोजर पहुंचा, पूरे देश की राजनीति में गरमाहट बढ़ गई। सभी पार्टी नेताओं के बयान आने शुरु हो गये।

जहांगीरपुरी हिंसा के बाद हुए बुलडोजर घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आपत्ति जताई है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘यह भारत के संवैधानिक मूल्यों का हनन है. यह गरीबों और अल्पसंख्यकों का राज्य प्रायोजित लक्ष्य है. भाजपा को इसके बजाय उनके दिलों में नफरत को दूर करना चाहिए ….8 साल से बड़ी-बड़ी बातें ह रही है उसका परिणाम ये रहा कि भारत के पास केवल 8 दिनों का कोयला भंडार ही बचा है. मोदी जी, महंगाई का दौर चल रहा है. बिजली कटौती से छोटे उद्योग खत्म हो जाएंगे, जिससे नौकरियों का और नुकसान होगा. नफरत के बुलडोजर बंद करो और बिजली संयंत्रों को चालू करो!

सीपीआईएम नेता बृंदा करात ने दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक की और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में जानकारी दी. बैठक के बाद उन्होंने कहा, कानून और संविधान पर बुलडोजर चला दिया गया. कम से कम सुप्रीम कोर्ट और उसके आदेश पर बुलडोजर नहीं चलाना चाहिए था.

दिल्ली बीजेपी के चीफ आदेश गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि वृंदा करात का जहांगीरपुरी जाना और कपिल सिब्बल का कोर्ट में पेश होना इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का दंगों में शामिल होना साफ दर्शाता है कि दंगाइयों को संरक्षण देने के लिए कथित सेक्युलर गैंग आज इकट्ठा हो गया है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कानून हिंदू और मुसलमान देखकर कार्रवाई नहीं करता है। जहांगीरपुरी में एमसीडी के बुलडोजर कार्रवाई की तारीफ की जानी चाहिए। जिन्ना के डीएनए वाले असदुद्दीन ओवैसी को हर कारवाई में हिंदू- मुसलमान ही दिखता है।

राघव चढ्ढा ने समाचार एजेंसी से कहा, “गृह मंत्री खुद इन दंगों को अंजाम दे रहे हैं. अगर आप बुलडोजर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इसका इस्तेमाल गृह मंत्री के घर को गिराने के लिए करें. इस तरह दंगे रुकेंगे.” आगे उन्होंने कहा, “बीजेपी 15 सालों तक एमसीडी की सत्ता में हैं जहां उनके नेताओं ने रिश्वत ली और अवैध निर्माण की अनुमति दी. आज जब वे इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने गए हैं, तो उन बीजेपी नेताओं के घरों को भी ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए, जिन्होंने उन्हें अनुमति देने के लिए रिश्वत ली थी.”

अब देखना यह होगा कि कल सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले में क्या कुछ कहता है। इस मामले में एम सी डी और दिल्ली पुलिस पर सवाल उठता है या नहीं । ….हां..एक बात तो जरुर है कि चाहे किसी का मकान टूटे या दुकान, नेताओं की दुकान तो चल पड़ी है। सभी राजनीतिक दलों को अपनी रोटीयां सेंकने का सुनहरा अवसर जरुर मिल गया है।…..हम तो बस यही कहेंगे कि……..

सदा सलामत रहे वो शहर जिसमे तुम बसे हो ।
तुम्हारे खातिर हम सारे शहर को दुआ देते हैं ।।

रिपोर्ट- धर्मेन्द्र सिंह