Maha Shivratri: 8 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व है महादेव यानि भगवान शिव को समर्पित इस दिन अलग-अलग तरीकों से भारत उनकी पूजा आराधना करते हैं।
Maha Shivratri
Maha Shivratri: महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ और माता पार्वती की उपासना में लोग व्रत भी रखते हैं। यह व्रत कुछ लोग निर्जला और कुछ लोग फलाहार।
दो तरीके से रखते हैं निर्जला व्रत में पानी तक नहीं पिया जाता जबकि फलाहार में भक्ति फल या फिर बिना और और नमक वाली चीजों का सेवन कर सकते हैं। व्रत से भले ही धार्मिक महत्व जुदा हो पर यह सेहत के लिए भी बहुत अच्छा है व्रत रखने से हमारी बॉडी में लाइट फील होता है और पाचन तंत्र में सुधार होता है।
अगर आप भी इस बार महाशिवरात्रि का व्रत रखने की सोच रहे हैं तो आपको खान-पान में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए यह हम आपको बताते हैं।
फलों के सेवन में गलती
अगर आप फलाहार व्रत में फलों का सेवन करना चाहते हैं तो फल न खाएं जिसे एसिडिटी का खतरा बन जाए खट्टे फलों के कारण एसिडिटी या गैस की समस्या हो सकती है।आप हेल्दी समझकर संतरा या कवि को खा लेते हैं पर इस कारण से पेट में जलन या तमाम समस्याएं हो सकती हैं पेट की इन समस्याओं से बचने के लिए आप से या दूसरे फलों को खा सकते हैं।
हाइड्रेशन बहुत है जरूरी
अगर आप व्रत फलाहार रखने क इस दिन सही मात्रा में पानी जरूर पिए ध्यान रखें कि भूख भोग के चक्कर में आप एक साथ ज्यादा पानी न पिए खाली पेट ऐसा करने से पाचन तंत्र का सिस्टम बिगड़ जाता है खोलना तक गैप देकर पानी पीते रहे।
चाय पीने की गलती
आमतौर पर देखा गया है अधिक अधिकतर लोग व्रत की कथा के बाद खाली पेट चाय पीने की गलती करते हैं। खाली पेट चाय या कॉफी पीने से पेट में एसिडिटी की समस्या हो जाती है। इतना ही नहीं खाली पेट जूस या नारियल पानी को भी नहीं पीना चाहिए इससे भी पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है।
फलाहार व्रत में चाय या खट्टे फलों को खाने के बजाय नट्स या भुने हुए मखाने खा सकते हैं इन्हें खाने से पेट में अन्न और नमक नहीं जाता है भूख भी परेशान नहीं करती ।
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