ED: संजय सिंह के बाद इन लोगो सता रहा है ईडी की डर !

ED: प्रवर्तन निदेशालय ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ धुआंधार अभियान छेड़ रखा है। दिल्ली बंगाल बिहार झारखंड के अलावा देश भर के कई नेताओं के खिलाफ की जांच चल रही है।

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ED: नेताओं ने कोर्ट जाने का नया नुस्खा निकाला है। हालांकि अब जब किसी को कोर्ट से राहत नहीं मिली तो रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में लाल का पूरा परिवार जांच का सामना कर रहा है। इस मामले में बुधवार को ही उन्हें दिल्ली के राउज ऐवन्यू कोर्ट ने जमानत मिली है। कांग्रेस के सोनिया गांधी राहुल गांधी से पूछताछ आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन मनीष सिसोदिया पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में यदि 5 बार समन दे चुका है। कई बार टालमटोल करने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट जाने की नसीहत दी। हाई कोर्ट गए लेकिन उनकी याचिका में त्रुटियां पाई गई उन्होंने सुधार कर दोबारा यात्रा दाखिल की है। हाई कोर्ट से जल्दी सुनवाई के लिए हेमंत सोरेन ने अलग से आग्रह किया है। इस बार पांचवी नोटिस का जवाब उन्होंने ईडी को भेज दिया है।किन कारणाो से वह मौजूद नहीं हो सकते । पहली बार हेमंत सोरेन को ईडीने 8 अगस्त को संबंध भेज कर 14 अगस्त को बुलाया था। हेमंत सोरेन हाजिर नहीं हुए उल्टे उन्होंने ईडी को धमकाया कि समन वापस ले वरना यह कानूनी तरीके से निपेटेंगे। दूसरी बार ईडी ने 19 अगस्त को समन जारी किया और 24 अगस्त को पूछताछ के लिए तलब किया। तीसरा सामान 1 सितंबर को भेजा और 9 सितंबर को हाजिर होने के लिए कहा गया। चौथा सामान 9 सितंबर को जारी कर दिया गया और हाजिर होने को कहा गया। 4 अक्टूबर को हाजिर होने के लिए कहा गया हेमंत के वकील के माध्यम से ही जवाब दिया कि वह हाई कोर्ट गए हैं जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय अब आगे कोई समान है समन नहीं भेजेगा बल्कि कोर्ट का रुक करेगा।

पश्चिम बंगाल की पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी भी अब उनको और उनकी पत्नी को बुलाया गया है। 3 अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी को इडी दफ्तर पहुंचना है पर नहीं गए।ईडी ने उन्हें नया सामान भेज कर 9 अक्टूबर को हाजिर होने को कहा है उनकी पत्नी को 11 अक्टूबर को ईडी दफ्तर जाना होगा ।इसी ने अब तक आधा दर्जन से अधिक टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार भी किया है।

दिल्ली में नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी पूछताछ कर चुकी है। उनके खिलाफ मामले की जांच भी चल रही है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी के सरकार के तीन मंत्री अब तक जेल जा चुके हैं। आबकारी घोटाले में सबसे पहले सत्येंद्र जैन के गिरफ्तारी हुई थी। उसके बाद इसी मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी जेल गए बुधवार को संजय सिंह को भी प्रवर्तन निदेशालय ने 10 घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। हर बार की तरह आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बौखलाहट बताया है। उन्होंने कहा है कि संजय सिंह की गिरफ्तारी गैरकानूनी है चुनाव तक यह कई और विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार होगे।

ईडी के पास सारी शक्तियां पहले भी थी लेकिन कभी-कभार एक दो मामलों में ही उसके छापे या कार्रवाई की जानकारी मिलती है साल 2014 से 2022 के 9 सालों में प्रवर्तन निदेशालय की सक्रियता काफी बढ़ गई है इस दौरान जितने मामलों में आइजी ने कार्रवाई की उनमें 95 प्रतिशत से अधिक मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ है 27 * वृद्धि हुई है साल 2004 से 2014 के दौरान 104 मामलों में ही अभियोजन दाखिल हुए जो की 2014 से 2022 तक 888 तक पहुंच चुके।

ईडी की जांच के दायरे में जो आए हैं उनमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी ,रॉबर्ट वाड्रा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा. डीके शिवाकुमार. चरणजीत सिंह चन्नी .अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत. कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी. कार्ति चिदंबरम और पी चिदंबरम शामिल है। इनके अलावा फारूक अब्दुल्ला उमर अब्दुल्ला महबूबा मुफ्ती, संजय राउत ,मलिक अनिल जैन, अनिल देशमुख ,प्रफुल्ल पटेल अभिषेक बनर्जी ,तेजस्वी यादव ।

क्योंकि बंगाल और दिल्ली में जांच एजेंसिया ने पूछताछ के दौरान कई गिरफ्तारिया की है इसलिए उन्हें जांच एजेंसियां बुलाती है वे जाने से कतराते हैं इसके लिए राजनीतिक रंजिश के आरोप केंद्र सरकार पर लगाते हैं। उनका मानना है सरकार के अधीन काम करती हैं इसलिए अपने राजनीतिक नुकसान के लिए केंद्र में बैठी सरकार पार्टी विपक्षी नेताओं को तबाह करने के लिए इनका दुरुपयोग करती है।

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