Vanvasi Kalyan Ashram: मां गाइदिन्ल्यू जी का जन्मदिवस समारोह नारी शक्ति दिवस नाम मनाया गया

Vanvasi Kalyan Ashram: वनवासी कल्याण आश्रम महिला समिति दिल्ली प्रांत द्वारा रानी मां गाइदिन्ल्यू जी का जन्मदिवस समारोह नारी शक्ति दिवस नाम से हंसराज कॉलेज में मनाया गया

Vanvasi Kalyan Ashram

Vanvasi Kalyan Ashram: कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ lकार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डेलिना जी राष्ट्रीय महिला आयोग सदस्य कार्यक्रम अध्यक्ष रेनू अग्रवाल जी समाजसेविका का सानिध्य रहा l आप सभी को अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मानित किया गया l

कार्यक्रम में धनीराम संगठन मंत्री दिल्ली प्रांत ,सुरेश कुलकर्णी जी व प्रमोद पेटकर जी का भी सान्निध्य प्राप्त हुआ l टैलेंट हंट की संचालिका दीक्षा जीकीभी कार्यक्रम में उपस्थिति रही lआपका भी अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह से स्वागत किया गया l दीक्षा जी द्वारा भगवान श्री राम के जीवन से संबंधित अत्यंत सुंदर कविता का वाचन किया गया l

रानी मां गाइदिन्ल्यू के जीवन से संबंधित डॉक्युमेंट्री भी दिखाई गई l इसके पश्चात दिल्ली प्रांत महिला कार्य प्रमुख श्रीमती भारती जी ने वनवासी कल्याण आश्रम में महिलाओं के योगदान के विषय में विस्तार से बताया l

सुषमा गर्ग जी के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई तथा पीजीडीएवी कॉलेज की छात्राओं ने महिषासुर मर्दिनी नृत्य प्रस्तुत किया l लीजा शर्मा जी ने बिहू नृत्य प्रस्तुत किया तथा नरेला छात्रावास के छात्रों ने बंबू डांस प्रस्तुत किया l इसके पश्चात महिला कार्य प्रमुख पूर्वी विभाग शालू जी ने मातृशक्ति अभिनंदन में एकल गीत प्रस्तुत किया l

डेलिना जी ने भी अपना भावपूर्ण वक्तव्य प्रस्तुत करते बताया कि आज वह यह राज सबके सामने प्रस्तुत कर रहीं हैं कि वह पहले से ही वनवासी कल्याण आश्रम से जुड़ी रहीं हैं और नारी ही नारी के सशक्तिकरण में सहयोग कर सकती है l कार्यक्रम अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल जी ने कल्याण आश्रम के कार्य की प्रशंसा की l कुसुम बंसल जी प्रांत कार्यकारिणी सदस्य द्वारा सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया l कार्यक्रम के बीच-बीच में रामचरितमानस तथा वनवासी कल्याण आश्रम से संबंधित प्रश्नोत्तरी भी पूछी गई तथा जीतने वाली बहनों को उपहार भी भेंट किए गए l कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम से किया गया l जिसे अर्चना त्यागी जी तथा सुभागI भंडारी जी द्वारा गया गया l कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी लगभग 150 तक थी ।

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