सहारनपुर, यूपी। कांग्रेस छोड़ते ही इमरान मसूद ने कहा यूपी में भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला, यूपी में भाजपा काे रोकने के लिए अखिलेश यादव से हाथ मिला रहा हूं। सहारनपुर में इमरान मसूद 2011 में कॉग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे पर उनके हाथ सहारनपुर में निराशा ही हाथ लगी, कांग्रेस से पहले सपा में भी इमरान मसूद रहे थे। और आज फिर चुनाव की सर्गिमी ओर रुख बदलते इमरान मसूद ने भी सपा में शामिल होने का एलान कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कथित टिप्पणी करके सुर्खियों में आए कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कांग्रेस छोड़ दी है। सोमवार को उन्होंने अपने आवास पर इस बात की पुष्टि की। यहां उन्होंने समर्थकों की मिटिंग बुलाई थी। इसी दौरान उन्होंने सपा में शामिल होने की घोषणा भी की। इस मौके पर इमरान मसूद के आवास पर सहारनपुर देहात विधायक मसूद अख्तर भी मौजूद रहे।
कांग्रेस छोड़ने के पीछे क्या वजह रही ? इस सवाल के जवाब पर इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस में सम्मान मिला लेकिन यूपी में भाजपा को रोकना जरूरी है, इसलिए साइकिल पर सवार हो रहा हूं। यानि इमरान मसूद को यह लग रहा था कि यूपी में कांग्रेस का सिक्का नहीं उठ रहा है इसलिए उन्होंने कांग्रेस को छोड़ा है। यह अलग बात है कि इमरान मसूद के कांग्रेस छोड़ने को लेकर और भी तरह-तरह की बातें हो रही हैं लेकिन उन्होंने कहा है कि वह यूपी में भाजपा को रोकना चाहते हैं इसिलए सपा के साथ हाथ मिलाया है। सपा ही विकासवादी सोच वाली पार्टी है।
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने किन शर्तों पर समाजवादी पार्टी को ज्वाइन किया है इस पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है। वह कहां से चुनाव लड़ेंगे और उन्हे चुनाव के लिए कुछ सीट मिलेंगी ? इस सवाल को इमरान मसूद गोल-मोल कर गए। उन्होंने कहा कि वह इस पर बात नहीं करना चाहते हैं। पूरा जिला उनका है वह कहां से चुनाव लड़ेंगे पता नहीं। बोले कि, फिलहाल उन्होंने सपा के साथ हाथ मिलाया है। चुनाव कहां से लड़ेंगे क्या करेंगे इसकी बातें आगे होंगी।
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने सपा ज्वाइन करते हुए समाजवादी पार्टी की तारीफ के पुल बांधने शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि वह यूपी में ऐसी सरकार चाहते हैं जो विकास पसंद करती हों विकास वाली सरकार हो। साथ ही इस चुनाव में कांग्रेस को बताया कि कांग्रेस पार्टी टेकर में नही है सिर्फ समाजवादी पार्टी ही भजापा को टेकर देगी इसी लिए समाजवादी में जा रहा हूं।
वही मीटिंग में मौजूद देहात कांग्रेस विधायक मसूद अख्तर भी मौजूद रहे जब उनसे इस बारे ने बात की तो उनका कहना है कि आज 10 तारिक को बैठक रखी गई थी और यही आकर मुझे पता चला। उन्होंने कहा कि इमरान भाई हमारे नेता हैं, जैसा वो उचित समझे पर मेरा अभी कोई फैसला नही है, न ही मेने कोई एलान किया है। वही इस बैठक में बेहट विधानसभा से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी नहीं पहुचे। इससे साफ जाहिर होता है कि नरेश सैनी कांग्रेस से ही चुनाव लड़ेंगे।
वहीं आज उनके भाई नोमान मसूद ने भी कुछ दिन पहले गंगहो विधान सभा से रालोद पार्टी में शामिल हुए थे। जहाँ उन्होंने भी आज रालोद को अलविदा कहकर बसपा का दामन थामा। इस पर इमरान मसूद ने कहा कि मेरा परिवार मेरे साथ है। सबका फैसला अपना अपना है। इस पर मेैं कोई बात नही करना चाहता ।जो हमारे साथ ही उसका स्वागत है, जो नहीं है उसके लिये हम क्या कहें।
रिपोर्ट विनोद कश्यप