लखनऊ। कोरोना की रोकथाम के उद्देश्य से आज से एक महत्वपूर्ण अभियान प्रारम्भ हो रहा है। 29 जनवरी तक के इस प्रदेशव्यापी अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की टीम घर-घर दस्तक देंगी। लक्षणयुक्त/संदिग्ध मरीजों को निःशुल्क मेडिकल किट उपलब्ध कराई जायेगी। आवश्यकतनुसार लोगों के टेस्ट किए जाएं। टीकाकरण से वंचित लोगों को चिन्हित कर तत्काल उन्हें टीकाकवर दिया जाए। इसके अलावा नियमित टीकाकरण से छूट गए नवजात बच्चों की लाइन लिस्टिंग भी की जाए। परिवार के हर सदस्य के स्वास्थ्य का हाल-चाल लिया जाए। इस महत्वपूर्ण अभियान की शासन स्तर से दैनिक मॉनिटरिंग की जाए।
कोविड से बचाव की हमारी ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति आशातीत सफलता देने वाली रही है। प्रदेश में तीसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना है। एक ओर जहां नए केस मिलने की संख्या दिनों-दिन कम हो रही है, वहीं स्वस्थ होने वालों की संख्या उत्साहवर्धक है। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की 93 हजार 924 है, इनमें से 91,519 घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। एक्टिव केस और पॉजिटिविटी दर में लगातार गिरावट आ रही है। यह अच्छे संकेत हैं। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के पालन हेतु जागरूक किया जाए। सतर्कता-सावधानी बहुत जरूरी है।
निगरानी समितियां सभी जरूरतमंद के सहयोग के लिए लगातार एक्टिव रहें। जरूरत दवा की हो, जांच की हो या उपचार अथवा राशन की, हर जरूरतमंद को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। ट्रेसिंग का कार्य सतत जारी रखें। विगत 24 घंटों में 01 लाख 86 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 11,159 नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसी अवधि में 10,836 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन औए टीकाकरण कोरोना से बचाव का सबसे सहज माध्यम है। इसका अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 24 करोड़ 92 लाख से अधिक डोज लगाई जा चुकी है। यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टेस्टिंग-टीकाकरण है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के 97.78% से अधिक लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 65% से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 15-17 आयु वर्ग के हमारे 57 फीसदी से अधिक किशोर टीकाकवर से सुरक्षित हो गए हैं। इसी तरह प्री-कॉशन डोज के लिए पात्र लोगों में से 60% को भी वैक्सीन लग चुकी है। यह स्थिति संतोषजनक है।
भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार चुनाव ड्यूटी वाले कार्मिकों को प्री-कॉशन डोज देने की तैयारी कर ली जाए। वैक्सीन की उपलब्धता के लिए केंद्र सरकार से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। ठंड से बचाव के लिए अलाव आदि के इंतजाम भी हों। क्रय केंद्र तक आने वाले हर पात्र किसान से धान खरीद की जाए। भुगतान में कतई विलंब न हो। सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से अस्पताल में उपचाराधीन कोविड पॉजिटिव लोगों के परिजनों से नियमित अंतराल पर संवाद किया जाए। होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे लोगों से संवाद कर उन्हें मेडिकल परामर्श, दवाएं आदि मुहैया कराई जाए। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर 24×7 क्रियाशील रहें। जिलाधिकारी, सीडीओ और सीएमओ की नियमित बैठक आईसीसीसी में ही हो। सामान्य जन को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
रिपोर्ट–यूपी सरकार