जनता दल यूनाइटेड 18 जनवरी के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे दोनों पार्टियों के बीच तल्खी साफ नजर आ रही है ।रिश्तो में आई खटास के बीच अब जेडीयू ने यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने इस बात की पुष्टि की है।
वरिष्ठ नेता केसी त्यागी के मुताबिक 18 जनवरी को लखनऊ में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी उसके बाद पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किए जाने की भी संभावना है बैठक में केसी त्यागी के अलावा जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल भी मौजूद रहेंगे हालांकि सूत्रों की माने तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के भी बैठक में शामिल होने की संभावना है
इससे पहले जेडीयू ने कहा था कि उत्तर प्रदेश का चुनाव बीजेपी के साथ गठबंधन में लड़ना चाहती हैं हालांकि साल जुलाई में हुई पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद ललन सिंह ने ऐलान किया था कि भाजपा के साथ गठबंधन नहीं होने की स्थिति में भी पार्टी अकेले चुनावी मैदान में जाएगी
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि उत्तर प्रदेश में जेडीयू और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ने वाले हैं ।पिछले चुनाव पर नजर डालें तो जो है 2007 में दोनों दलों ने अपना दल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था ।जबकि 2012 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू अकेले चुनावी मैदान में थी। वहीं 2017 के चुनाव में जदयू ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था जबकि 2013 में भाजपा से नाता तोड़ने के बाद 2017 के विधानसभा चुनाव तक जीती और बीजेपी का गठबंधन दोबारा नहीं हुआ था।