Metal Market Moradabad: लोकसभा चुनाव – 2024 मुरादाबाद लोकसभा सीट.पीतल व्यापारियों की मुश्किलें नहीं हैं कम देवी देवताओं की मूर्तियों पर 12 फीसदी टैक्स से परेशान
Metal Market Moradabad
Metal Market Moradabad: मुरादाबाद के बर्तन बाज़ार में पीतल और अन्य धातुओं के सामान की दुकानें और शोरूम हैं । भगवान की मूर्तियों की दुकानों का बाजार भी है। मुरादाबाद के पीतल उद्योग में हिंदु मुस्लिम एक दूसरे के पूरक हैं । ये उद्योग सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्योग श्रेणी में आता है । वैसे यहां बड़े कारखाने भी हैं । पीतल के कारीगर और निर्माता ज्यादातर मुस्लिम हैं और व्यापारी हिंदु हैं । दोनों की रोजी रोटी एक दूसरे से जुड़ी है । बर्तन बाजार के बीचो बीच मोहम्मद वासिफ मंसूर का शो रूम है । शो रूम में जितने बर्तन हैं उससे कहीं ज्यादा पूजा का समान है । वासिफ के पुरखे मुरादाबाद में पीतल कारीगरी का काम करते थे उनके पिता ने शो रूम खोला जिसे वासिफ और उनके भाई ने आगे बढाया । वासिफ कांन्वेंट स्कूल से पढें हैं । वे कहते हैं मुरादाबाद में कोई चुनावी लहर नहीं है एस टी हसन साहब होते तो कुछ लगता कि चुनाव है उनका टिकट कटने से लोग नाराज़ हैं । वासिफ कहते हैं मुरादाबाद में हिंदु मुस्लिम भेदभाव नहीं है हमारी रोजी रोटी के साधन और आर्थिक हित साझे हैं । हिंदु देवी देवताओं की पूजा के लिए मेरे कारखाने में लगभग 6500 आईटम बनती हैं । देश में ही नहीं विदेश में भी निर्यात करता हूं । मोदी योगी दोनों की वे तारीफ करते हैं व्यापार में कोभ परेशानी नहीं सब कुछ बिल्कुल ठीक है कोई दिक्कत नहीं । बस एक ही समस्या है पिछले कुछ वर्षों में हिंदु मुस्लिम का भेद बहुत ज्यादा हो गया है । मैं स्कूल में पढता था तो कभी मेरे सहपाठियों ने नहीं कहा तुम मुसलमान हो । मेरा बेटा अब कईं बार स्कूल से आ कर कहता है कि उसका टिफिन कुछ बच्चे इसलिए शेयर नहीं करते कि वो मुसलमान है । बच्चे को बहुत दुख होता है ये भेदभाव कम होना चाहिए । बच्चों के कोमल मन पर धर्म के बंटवारे का असर नहीं होना चाहिए ।
मुरादाबाद तो क्या आजकल आप किसी भी शहर के बाजार से गुज़रिए दुकानों पर लगी पताकाएं बता देती हैं कि दुकानदार का कौन सा धर्म है । मुरादाबाद भगवान की मूर्तियों के निर्माण और व्यापार का बड़ा केंद्र है । मूर्ति दुकानदार ज्यादातर हिंदु हैं मुस्लिम दुकानदार व्यापार और टैक्स संबंधी परेशानियां बताने में हिचकता है लेकिन हिंदु दुकानदार अपनी परेशानियां गिनवाते हैं । मुरादाबाद युवा व्यापार मंडल के अध्यक्ष कहते हैं राम लहर चुनाव में साफ दिख रही हैं । जबसे श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की बात शुरू हुई थी तबसे श्री राम दरबार और राम जी की मूर्तियों की इतनी मांग बढ़ी कि मुरादाबाद के व्यापारियों के लिए ऑर्डर पूरे करना मुश्किल हो गया । घरों के लिए राम दरबार , शादी ब्याह , रिटर्न गिफ्ट के लिए राम दरबार और श्री राम जी की मूर्तियों की मांग बहुत बढ़ गयी है । जनवरी से लेकर अब तक 50 हजार से ज्यादा राम दरबारों की खरीददारी हुई । युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष विपुल अग्रवाल कहते हैं राम लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद से भाजपा को चुनावी लाभ ज़रूर मिलेगा ।
जैसा कि ज्यादातर व्यापारी भाजपा समर्थक हैं उनको मोदी—योगी सरकार से कुछ शिकायतें भी हैं । सबसे बड़ी शिकायत है कि हिंदुत्व के काऱण सत्ता में आयी ये सरकार हिंदु देवी देवताओं की मूर्तियों पर 12 फीसदी जीएसटी लगा दिया गया है । जबकि हिंदु विरोधी माने जाने वाले मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश यादव ने अपने शासन काल में भगवान की मूर्तियों को टैक्स फ्री रखा । दुकानदार कहते हैं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी , वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को ज्ञापन देने का भी कोई फायदा नहीं हुआ कोई सुनवाई नहीं है । पीतल व्यापारियों को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार से एक शिकायत और भी है कि मध्यम वर्ग और मझौले व्यापारियों के हितों के लिए नहीं सोचा जा रहा है । एक जिला एक उत्पाद योजना यूपी सरकार ने चलायी लेकिन उसका कोई विशेष लाभ पीतल व्यापारियों को नहीं मिला है । सब शिकायतें करने के बाद फिर वे कहते हैं कोई बात नहीं मोदी योगी हमारा कुछ भी नहीं करेंगे तब भी हम उनको ही वोट देंगे ,उनका सत्ता में रहना ज़रूरी है ।
भाजपा समर्थकों को एक और बड़ी शिकायत ये हैं कि उनके जन प्रतिनिधी प्रशासन या पुलिस से उनका कोई काम नहीं करवा सकते जबकि सपा के ज़माने में उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं की तूती बोलती थी । मुरादाबाद में हिंदु और मुस्लिम व्यापारी के रूख में अंतर साफ दिखता है मुस्लिम मोदी योगी की जी भर तारीफ करते हैं लेकिन अंत में कहते हैं वोट तो जी हम सपा को ही देंगे। जबकि हिंदू व्यापारी अपनी तमाम मुश्किलें और परेशानियाँ गिनवाने के बाद कहता मोदी जी हमारे लिए कुछ भी न करें तब भी हमारा वोट उनको ही जाएगा ।
इसे भी पढे़:-Chanakya Neeti: चाणक्य की ये नीति का सबको पालन करना चाहिए