Krishna Janmashtami: जन्माष्टमी भाद्र पद की अष्टमी को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी कृष्ण भक्त बड़े ही प्रेम के साथ अपने आराध्य देव की आराधना करते है। इस दिन सभी भक्त उपवास रखते है और लड्डू गोपाल को स्नान करवा कर उनका श्रृंगार करते है। और उन्हें भोग लगाते है। इसके साथ ही लोग कृष्ण जन्माष्टमी पर कृष्ण मंदिर जाना बहुत पसंद करते है। इस अवसर पर आज हम आपको पूरे विश्व में प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों के बारे में बताएंगे…
Krishna Janmashtami
वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर
वृंदावन के रमण रेती का प्रसिद्ध बांके बिहारी जी का मंदिर काफी लोकप्रिय है। यह मंदिर श्री कृष्ण जी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की स्थापना 1975 में की गई थी।
राधा कृष्ण मंदिर
यह मंदिर बरसाने का एक प्रमुख मंदिर है। यह बरसाने की पहाड़ियों के बीच में स्थित है। यह मंदिर राधा कृष्ण को समर्पित है। इस मंदिर को राजा वीर सिंह के द्वारा 1675 में बनवाया गया था।
द्वारकाधीश का मंदिर
जब श्री कृष्ण मथुरा को छोड़कर गुजरात के समुद्री तट पर स्थित नगर कुछ स्थल आए थे तब उन्होंने द्वारिका नामक एक सुंदर सा नगर बसाया था। यहां भगवान कृष्ण को द्वारकाधीश कहा जाता है। यह मंदिर है श्री कृष्ण के लोकप्रिय मंदिर में से एक है।
श्री कृष्णा निर्वाण स्थल
इस मंदिर से जुड़ी मान्यता यह है कि एक समय श्री कृष्णा एक वृक्ष के नीचे लेटे हुए थे तभी एक बहेलीएं ने अनजाने में उनके पैरों में तीर मार दिया था। जिसमें से खून जाने के कारण जिसे उन्होंने बहाना बना कर अपना देह त्याग दिया था। यह मंदिर प्रभास क्षेत्र के काठियावाड़ के समुद्र तट पर स्थित बेरवाल बंदरगाह की वर्तमान बस्ती पर बसा हुआ है। यह एक लोकप्रिय स्थानों में से एक है।
श्रीनाथजी का मंदिर
यह मंदिर राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित है। यहां पर श्री कृष्ण को श्रीनाथ कहा जाता है। यह मंदिर 12वीं शताब्दी में बनाया गया था।
जगन्नाथ मंदिर
यह मंदिर चार धामों में से एक है। यह उड़ीसा राज्य पुरी में स्थित है। यह मंदिर विष्णु जी के रूप पुरुषोत्तम नीलमाधव को समर्पित है। जब श्री कृष्ण द्वापर युग में पूरी में वास करने के लिए आए थे। उसके पश्चात् उन्हे यहां पर ह नाम दिया गया। यहां पर श्री जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विराजते हैं।
श्री कृष्ण जी का मठ मंदिर
यह मंदिर कर्नाटक के उड्डपी में स्थित है। इस मंदिर की स्थापना 13वीं शताब्दी में संत माधवाचार्य ने करवाई थी। यह मंदिर लकड़ी और पत्थर का बना हुआ है। इस मंदिर के पास एक तालाब है जिसमें मंदिर की छवि दिखाई देती है।
पंढरपुर का विट्ठल मंदिर
यह मंदिर पश्चिम भारत के दक्षिणी महाराष्ट्र में बीमा नदी के तट पर सोलापुर नगर के पश्चिम में स्थित है। यहां भगवान श्री कृष्ण को विट्ठल कहा जाता है। इस मंदिर में उनके भक्त राज पुंडली का स्मारक भी स्थापित है।
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