Farmers Meeting: केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की किसान संगठनों से मुलाकात
Farmers Meeting
नई दिल्ली स्थित पूसा परिसर में हर मंगलवार किसान और किसान संगठनों से करेंगे मुलाकात
शिवराज सिंह चौहान ने हर मंगलवार किसान संगठनों से मुलाकात करने की कही थी बात
विभिन्न राज्यों के किसान संगठनों से की भेंट
श्री धर्मपाल सिंह चौहान, श्री सतेन्द्र सिंह तुगाना, श्री रघुनाथ दादा पाटिल सहित प्रतिनिधिमंडल के अन्य कई सदस्यों से की भेंट
किसानों ने केंद्र सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए दिए सुझाव
कृषि मंत्री ने आश्वस्त किया कि सभी सुझावों पर गंभीरता से करेंगे विचार
फसल बीमा, किसान सम्मान निधि, आवारा पशु, एमएसपी, खाद बीज सहित किसानों और कृषि से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा
कृषि मंत्री ने किसानों को सरकार के प्रयासों से अवगत कराया
केन्द्र सरकार के द्वारा अब तक लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों और उनके लाभ के बारे में बताया
केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हर मंगलवार किसानों, किसान संगठनों से दिल्ली में संवाद के क्रम की शुरुआत के मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि – मैंने पहले भी कहा है कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किस उसकी आत्मा है और किसान की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है।
पिछली बार जब 100 दिन की उपलब्धियां की चर्चा मैं कर रहा था, तब यह तय किया था कि हर मंगलवार को किसान या किसान संगठन, उनसे मिलने का क्रम प्रारंभ करूंगा क्योंकि कई बार ऑफिस मैं बैठकर समस्याएं समझ में नहीं आती है। जिनकी समस्याएं हैं उनसे सीधे संवाद करना चर्चा करना और कोई विषय आए तो उसका समाधान करना यह हमारा कर्तव्य है।
आज मैंने अलग-अलग किसान संगठनों से बातचीत चालू की है लगभग 50 किसान नेताओं से भेंट की है और उनके अनेकों सुझाव आए हैं कुछ फसलों के मूल्य से संबंधित है कुछ फसल बीमा योजना के बारे में है जो पशु खुले घूमते हैं उसके कारण नुकसान के बारे में है। किसान की जब फसल आए तब कौन से फैसला होने चाहिए, उसके बारे में अनेक सुझाव आए है।
मैं ऑफिसर्स की टीम के साथ बैठकर उन्हें हम वर्कआउट करेंगे और वर्कआउट करके जो हो सकता है वह करने का प्रयत्न हम करेंगे, सौहार्दपूर्ण वातावरण में किसान संगठनों से चर्चा हुई है और मोदी जी के कई निर्णयों की किसानों ने प्रशंसा की है।
जैसे अभी-अभी पाम ऑयल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर इफेक्टिव हो गई 27.5% किसानों ने प्रशंसा की कि ये अच्छा फैसला है वैसे बासमती से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस हटाई है किसानों ने प्रशंसा की, प्याज के निर्यात के लिए जो एक्सपोर्ट ड्यूटी 40% से घटाकर 20% की किसानों ने उसकी भी प्रशंसा की, वैसे ही तुअर, उड़द और मसूर सरकार पूरी खरीदेगी तो ऐसे कई फैसलों की प्रशंसा की है।
यह संवाद जो हमने प्रारंभ किया है वह सबके मन को भाया है यह संवाद लगातार जारी रहेगा। हमारे अपने किसानों से हम बात भी करेंगे और उनकी समस्याओं का ईमानदारी से समाधान करने का प्रयास भी हम करेंगे।
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Reported By: Mamta Chaturvedi