Mahakumbh Sangam Nose: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ ने पूरे देश को हिला दिया है. इस भगदड़ में गई लोगों की जान को लेकर देश और सरकार दुखी है. क्या आप जानते हैं कि संगम नोज क्या है ?
Mahakumbh Sangam Nose
बता दें कि मंगलवार और बुधवार मध्य रात्रि मौनी अमावस्या का अमृत स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के लिए देर रात संगम नोज पर बहुत भीड़ इकट्ठा हो गई। जिससे कि वहां भगदड़ मच गई। वहीं इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। ये घटना संगम नोज जैसे पवित्र जगह पर हुई है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर संगम नोज क्या है, जहां हर श्रद्धालु स्नान करना चाहता है.आइए जानते हैं इस आर्टिकल में….
क्या है संगम नोज
प्रयागराज में महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए सबसे उत्तम जगह संगम नोज को बताया जाता है. धार्मिक दृष्टि से इस जगह की महत्ता बहुत अधिक है. बता दें कि संगम नोज पर यमुना और मिथकीय नदी सरस्वती गंगा से मिलती है. सभी बड़े पंडित, विभिन्न अखाड़ों के संतों और आध्यात्मिक नेताओं ने भी इसी जगह पर डुबकी लगाकर अमृत स्नान करते हैं. संगम नोज पर विभिन्न अनुष्ठान संबंधी स्नान किए जाते हैं. आसान भाषा में संगम नोज वह जगह है, जहां गंगा, युमना और सरस्वती मिलती है.
बता दें कि संगम नोज जगह पर नदी के किनारे मिट्टी और रेत का टीला है, जो घाट की तरह बन गया है. इस जगह पर लोग नदी में स्नान करते हैं. इस क्षेत्र को भक्तों की भीड़ के मद्देनजर इस बार बढ़ाया भी गया
यमुना गंगा मिलन
“दोनों नदियों के मिलने से एक कोण बनाता है. एक कोण से गंगा जी आती हैं, एक कोण से यमुना जी आती हैं. जब दोनों मिलती हैं तो एक नोक की तरह दिखने वाला कोण बनता है. इसके बाद यमुना जी गंगा में मिलकर बनारस की तरफ प्रस्थान कर जाती हैं.”
इसे भी पढ़ें:-https://indiapostnews.com/mahakumbh-stampede/