Parliament Masjid:सपा सांसद पर कार्यवाही के लिए लोकसभा अध्यक्ष और दिल्ली की मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मस्जिद को बनाया सपा कार्यालय, मुहिबुल्लाह नदवी को हटाने की मांग
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दिल्ली : (24 जुलाई,2025) भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीक़ी द्वारा रामपुर के सपा सांसद और पार्लियामेंट की मस्जिद के इमाम पर गंभीर आरोप लगाते हुए ,संसद की गरिमा, पारदर्शिता और संवैधानिक प्रावधानों को बनाए रखने के उद्देश्य से लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर संविधान और लोकसभा के नियमों के अनुसार उचित कार्यवाही की मांग की है। साथ ही जमाल सिद्दीक़ी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को भी पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने मौलाना मुहिबुल्लाह नदवी को पद मुक्त करने की मांग की है।
लोकसभा अध्यक्ष को भेजे पत्र में जमाल सिद्दीक़ी ने लिखा है कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में वो लोकसभा अध्यक्ष के सामने एक गंभीर मुद्दा लाना चाहते हैं। रामपुर के सपा सांसद मौलाना मुहिबुल्लाह नदवी वर्तमान समय में मौलाना वक़्फ़ बोर्ड के तहत आने वाली पार्लियामेंट मस्जिद में इमाम के रूप में तैनात हैं। जिसके लिए वह वक़्फ़ बोर्ड से 18 हज़ार रूपये मासिक वेतन प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार इमाम का यह पद भारत के संविधान के अनुच्छेद 102 (1) (a) के तहत लाभ का पद माना जाता है। क्योंकि यह दिल्ली सरकार के अधीन एक वैधानिक निकाय द्वारा वित्तपोषित है, और इसे संसद (अयोग्यता निवारण) अधिनियम, 1959 के तहत छूट प्राप्त नहीं है। जैसा कि संविधान और संसदीय नियमों में स्पष्ट है, कोई सांसद ऐसा पद धारण नही कर सकता जो अयोग्यता का आधार बनाता हो। उन्होंने कहा कि मुहिबुल्लाह नदवी द्वारा दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के तहत धारित पद की स्थिति की जांच कराई जाए कि ये ” लाभ के पद ” के दायरे में आता है या नही। अगर ये लाभ का पद पाया जाता है तो अनुच्छेद 103 के तहत निर्वाचन आयोग को इसकी जांच संदर्भित की जाए। साथ ही संविधान और लोकसभा नियमों के अनुसार मुहिबुल्लाह नदवी के अयोग्यता की प्रक्रिया शुरू कराई जाए।
दूसरी तरफ़ दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को भेजे पत्र में जमाल सिद्दीक़ी ने लिखा है कि पार्लियामेंट मस्जिद के नई दिल्ली के ईमाम मौलाना मुहिबुल्लाह नदवी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव कर रामपुर के सांसद भी हैं। पार्लियामेंट मस्जिद दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के अंतर्गत आती है। मुहिबुल्लाह नदवी की गतिविधियां पहले से समाजवादी पार्टी को लाभ पहुंचने वाली थीं। मस्जिद के इमाम के नाते मस्जिद से उन्हें इस्लाम धर्म का काम करना था। जबकि वह समाजवादी पार्टी का प्रचार- प्रसार मस्जिद से खुले आम करते रहे जो आज भी जारी है। सांसद बनने के बाद उन्होंने एक प्रकार से मस्जिद को अपना कार्यालय बना लिया।
22 जुलाई, 2025 को मुहिबुल्लाह नदवी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, उनकी पत्नी, धर्मेंद्र यादव और अन्य सांसदों, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मस्जिद जहां नमाज़ अदा की जाती है, वहां पार्टी की बैठक की और चाय नाश्ता भी किया। जो इस्लामी आदर्श आचार संहिता के ख़िलाफ़ है।
मुहिबुल्लाह नदवी सपा सांसद डिम्पल यादव को भी मस्जिद में लेकर आए जबकि वहां महिलाओं का प्रवेश वर्जित है, महिलाओं के बैठने के लिए पहली मंजिल पर जगह बनी हुई है। गौरतलब यह है कि डिम्पल यादव परिधान भी मस्जिद के नियमों के ख़िलाफ़ था। जमाल सिद्दीक़ी का ये भी कहना है कि मुहिबुल्लाह नदवी इस मस्जिद को अपने निजी जायदाद के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और वहां समाजवादी पार्टी का प्रचार- प्रसार कर रहे हैं जो एक इमाम के रूप नही किया जा सकता। उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मुहिबुल्लाह नदवी को तत्काल हटाकर किसी अच्छे व्यक्ति को वक़्फ़ बोर्ड की तरफ पार्लियामेंट मस्जिद का इमाम नियुक्त करने की मांग की है ।
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