Ankita Bhandari Case: भाजपा के पूर्व विधायक कह रहे कि अंकिता पर दुष्यंत गौतम के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया जा रहा था, इसलिए हत्या हुई- कांग्रेस
गणेश गोदियाल बोले- भाजपा सरकार अपने नेताओं को बचा रही है, सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए जांच
Ankita Bhandari Case
नई दिल्ली, 23 दिसंबर
कांग्रेस ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में उत्तराखंड भाजपा प्रभारी का नाम सामने आने के बाद मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की है। पार्टी ने कहा है कि भाजपा सरकार दोषियों को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रदेश कांग्रेस के सह-प्रभारी सचिव सुरेंद्र शर्मा और मनोज यादव ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा खोखला साबित हो रहा है और उत्तराखंड में महिलाओं की सुरक्षा गंभीर खतरे में है।
गोदियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो दिखाया, जिसमें खुद को भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौर की पत्नी बताने वाली एक महिला यह दावा करती नजर आ रही है कि उसके पति की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें अंकिता भंडारी की हत्या का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि यह ऑडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुका है। इसमें सुरेश राठौर यह कहते सुनाई देते हैं कि अंकिता की हत्या इसलिए हुई क्योंकि उसके ऊपर उत्तराखंड भाजपा के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया जा रहा था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा नेता बेटियों के प्रति कैसी नीयत रखते हैं, यह शर्मनाक सच्चाई इस मामले से उजागर होती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के नाम सामने आए हैं, तो पूरी भाजपा सरकार उन्हें बचा रही है और खामोश बैठी हुई है। उन्होंने बताया कि शुरुआत से ही भाजपा सरकार ने इस मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के लापता होने के बाद उसका शव मिलने से पहले ही उसके कमरे को बुलडोजर से तोड़ दिया गया और बिस्तर को जलाने की कोशिश हुई। उन्होंने कहा कि यह पूरी कार्रवाई सबूतों को नष्ट करने की साजिश का हिस्सा थी। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि कार्रवाई करनी ही थी, तो होटल मालिक के निजी आवास पर क्यों नहीं की गई।
गोदियाल ने उत्तराखंड सरकार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर इस केस को दबाने और प्रभावशाली लोगों को बचाने की कोशिश की गई। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में गठित एसआईटी ने निष्पक्ष जांच करने के बजाय गवाहों को डराने का काम किया।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी वर्तमान या सेवानिवृत्त जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए, ताकि किसी भी तरह का दबाव जांच को प्रभावित न कर सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले 10-12 दिनों में उत्तराखंड सरकार सीबीआई जांच की संस्तुति नहीं करती, तो कांग्रेस गढ़वाल मंडल मुख्यालय में बड़ा धरना-प्रदर्शन करेगी।
गणेश गोदियाल ने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय दिलाना सिर्फ एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज और महिला सुरक्षा से जुड़ा सवाल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, कांग्रेस इस लड़ाई को पूरी मजबूती से जारी रखेगी।
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