सिद्धार्थनगर, यूपी। सिद्धार्थनगर जिले में एक दलित युवक पर पुलिस के बर्बरता का एक मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि थानाइंचार्ज को लैपटॉप ना देने की वजह से उस पर यह जुल्मों सितम किया गया । इस मामले में पुलिस कप्तान यशवीर सिंह ने सीओ को जांच के आदेश दे दिए हैं और जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की बात कही है।पुलिस की बर्बरता का यह मामला सिद्धार्थनगर जिले के भवानीगंज थाना छेत्र का है। भवानीगंज थाना क्षेत्र के धनखरपुर निवासी दलित कोटेदार विकास उर्फ सबलू ने भवानीगंज थाना अध्यक्ष अंजनी राय पर आरोप लगाते हुए कहा कि करीब 10 दिन पहले अंजनी राय ने उनसे लैपटॉप की डिमांड की थी।विकास ने बताया कि उसके माँ की तबियत खराब होने की वजह से वह अंजनी राय की डिमांड पूरी न कर सका और लैपटॉप न दे पाने की बात कही।इसपर थानाध्यक्ष अंजनी राय ने उन्हे देख लेने की धमकी दी। और 12 फरवरी को एक महिला से तहरीर लेकर उसे और उसके 15 वर्षीय नाबालिग चचेरे भाई वीरेंद्र को थाने बुला कर 2 दिन तक थाने पर बिठाकर रखा।
विकास ने अपने शरीर पर कई जगह बुरी तरह पड़ चुके काले निशान को दिखाते हुए बताया कि इस बीच रात में अंजनी कुमार ने उनकी ख़ूब पिटाई की और जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए माँ बहन की भद्दी भद्दी गालियाँ भी दीं। पीड़ित ने बताया कि उनकी थाने में हो रही पिटाई ने डरे सहमे घर वाले और मित्रों ने किसी तरह 10 हज़ार रुपए अंजनी राय को देकर उनको और उनके नाबालिग भाई को उनके कहर से बचाया। पैसा मिलने के बाद भी अंजनी राय ने उनके नाबालिग भाई को तो छोड दिया लेकिन उनका 151 में चालान कर दिया। विकास ने कहा कि उनकी सुनवाई कहि नही हो रही थी। पुलिस कप्तान से वो मिले है। और पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई का भरोसा दिया है।
वहीं इस मामले में ज़िले के कप्तान यशवीर सिंह ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आते ही मामले की जांच डुमरियागंज सीओ को सौंप दी गई है। चुनाव आयोग को भी लिखा जा रहा है । जांच रिपोर्ट और चुनाव आयोग के निर्देशानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- कमलेश मिश्रा