भागलपुर, बिहार। भागलपुर के अकबरनगर थाना क्षेत्र के मकन्दपुर निवासी शुभम का क्षत विक्षत शव पांच दिन बाद उक्त थाना क्षेत्र के ही इंग्लिश चिचरौन बहियार से पुलिस ने बरामद किया था। शुभम अपने दोस्त शाहिद और जयकिशन के साथ घर से 28 मार्च को निकला था । जिसके बाद वह घर वापस लौट कर नहीं आया । तीन- चार दिन बाद उसके शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से सुनसान बहियार में मिट्टी के नीचे गाड़ दिया गया । वहीं शव की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर भागलपुर एसएसपी बाबूराम, डीएसपी विधि व्यवस्था डॉ गौरव कुमार, सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात भारी संख्या में पुलिस बल के जवान के साथ पहुंचे थें।
बता दें कि, 28 मार्च को शाहिद और जयकिशन यादव शुभम को बाइक से लेकर गया था। इसके बाद से दोनों का फोन बंद बताया जाने लगा। वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने को लेकर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार को निलंबित भी कर दिया गया था। इसे लेकर कल वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने प्रेसवार्ता कर कई बातों का खुलासा किया। एसएसपी ने कहा कि, शुभम की हत्या प्रेम प्रसंग में हुआ है। पहले तो उनके दोस्तों ने कैमरा लेने के बहाने उन्हें बुलाया और दो लोग उन्हें मोटरसाइकिल पर बिठाकर घटनास्थल पर ले गए। उसके बाद चार लोग और वहां पर पहुंचे थें। वहां पर पहले से गड्ढा खोदा हुआ था और मिट्टी की भी व्यवस्था थी। इसके लिए जयकिशन ने खुद बताया कि मैंने इस को मारने के लिए दो लाख रुपया लिया था ।
एसएसपी ने कहा कि यह मामला प्रेम प्रसंग का है। एक लड़की से दो लड़के के बात करने के चक्कर में यह हत्या हुई है। गांव की एक लड़की से शाहिद बात किया करता था। वहीं शुभम भी उस लड़की से बात किया करता था। यह शायद शाहिद को अच्छा नहीं लगा और वह एक योजना बनाते हुए जयकिशन को दो लाख देकर इसकी हत्या का साजिश रचा और उसकी हत्या करा दी । घटनास्थल पर से पुलिस को प्लास्टिक की रस्सी, गमछा, मृतक का आधार कार्ड भी मिला है।
एसएसपी ने मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि उसे जलाया नहीं गया था। 5 दिन तक गड्ढे के अंदर रहने के चलते उसका शरीर इस तरह दिख रहा था मानो उसका शरीर जला हुआ हो। इसमें 2 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है । साथ ही साथ गुड्डू खान, फतेह खान, गोल्डन से भी पूछ-ताछ के लिए गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि एक अज्ञात की पहचान अभी नहीं हो पाई है, जिसमें रोहित और अशोक भी शामिल हैं।
बिहार के भागलपुर से अतीश दीपंकर की रिपोर्ट