उमा भारती को साधने में जुटे शिवराज सिंह चौहान, पहले करीबी को टिकट अब भतीजे को बनाया मंत्री

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भोपाल:

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कैबिनेट में तीन नए मंत्रियों को शामिल किया है। गवर्नर मंगू भाई पटेल ने शनिवार को गौरीशंकर बिसेन, राजेन्द्र शुक्ला और राहुल रोधी को मंत्री पद की शपथ दिलाई है।

शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट विस्तार के जरिए भाजपा के नाराज माने जा रहे नेताओं को मनाने की कोशिश की है। शिवराज कैबिनेट का यह विस्तार राहुल लोधी के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की नाराजगी को दूर करने की कोशिश के तहत देखा जा रहा है।

यही नहीं उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर मध्य प्रदेश में महिम छेड़ दी थी, जिसे लेकर बीजेपी कशमकश में फंसी हुई थी ।इसकी वजह यह थी कि लोधी समुदाय बीजेपी का परंपरागत वोटर माना जाता है। उमा भारती के नाराजगी से उसके छटकने का डर सताने लगा था ।

विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अब उमा भारती के नाराजगी को दूर करने की कोशिश की है। शिवराज सिंह चौहान ने उमा भारती के भतीजे और टीकमगढ़ के खरगापुर सीट से विधायक राहुल लोधी को मंत्री बनाया है। इससे पहले उमा भारती के करीबी प्रीतम लोधी को भाजपा ने शिवपुरी की पिछोर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। ब्राह्मण समुदाय पर विवादित टिप्पणी करने के चलते भाजपा ने प्रीतम लोधी को अगस्त 2022 में 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था लेकिन 9 महीने के बाद ही उनकी दोबारा से पार्टी में वापसी कराई गई और अब उन्हें टिकट भी दे दिया गया है।

बीजेपी का परंपरागत वोटर माना जाता है लोधी समुदाय

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती खुद लोधी समुदाय से आती है। मध्य प्रदेश के सियासत में उनका अपना सियासी ग्राफ है। मध्य प्रदेश ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी लोधी समुदाय बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है। मंडल और कमंडल की राजनीति में लोधी समाज है ओबीसी का इकलौता वोट बैंक है जो बीजेपी के साथ खड़ा था ।इसके पीछे वजह लोधी समाज से आने वाले भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह और उमा भारती की भूमिका रही है।

दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों के कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी का दामन थामने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने सिर ताज सजा था और अब 2023 के चुनाव में भाजपा अपना दबदबा बनाए रखने के हर मुमकिन कोशिश कर रही है और यही वजह है कि भाजपा अपने रूठे हुए नेताओं को मनाने में जुटी है। इसी कड़ी में उमा भारती के भतीजे को मंत्री करीबी को चुनावी रणनीति रण में उतरकर बीजेपी ने लोधी समुदाय के नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया है।