सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आदेश के बाद यूपी के सभी स्ट्रॉंग रुम के बाहर सपा नेता-कार्यकर्ताओं का जमावड़ा, सुरक्षाकर्मी भी हुए मुस्तैद

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेश के बाद यूपी के सभी स्ट्रॉंग रुम के बाहर सपा नेता-कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया है। गौरतलब है कि कल वाराणसी के अलावा बरेली सहित और कई जगहों पर इस मुद्दे पर जमकर बवाल भी हुआ। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि बिना उम्मीदवार को सूचित किये हीं इवीएम इधर उधर ले जाये जा रहे हैं जो कि चुनाव आयोग के नियमों के खिलाफ है। वहीं अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश प्रशासन पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि लखनउ से यूपी के सभी जिलों के डीएम को फोन कर कहा जा रहा है कि जहां कहीं भी बीजेपी हार रही है वहां की मतगणना धीमी कराई जाये।

अखिलेश यादव ने कहा कि ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है, इसके बाद जिस तरह से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी गई उसी तरह से आपको, हमको क्रांति करनी पड़ेगी. सभी लोग ईवीएम की रखवाली करें. वोट चोरी होने से बचाएं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बरेली में कूडा उठाने वाली गाड़ी में बेलेट पेपर्स ले जाये जा रहे थे। इसके अलावा भी कई जगहों से गड़बड़ी की खबरे आ रही हैं। उन्होंने कहा कि बनारस के अलावा बरेली में ईएवीएम के तीन बाक्स और 500 बैलेट पकड़े गए. इसके अलावा सोनभद्र में घोरावल के एसडीएम ने ईवीएम पकड़ी.उन्होंने कहा कि वाराणसी में ईवीएम की एक गाड़ी पकड़ी गई, दो भाग गईं, अगर सरकार वोट की चोरी नहीं कर रही थी तो बताए दो गाड़ियां क्यों भागीं. सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया.

हालांकि अखिलेश यादव के आरोपों को बीजेपी भले हीं माखौल उड़ा रही हो लेकिन EVM पर सबसे पहले सवाल बीजेपी ने हीं 2009 में उठाया था। इसको लेकर बीजेपी ने पूरे देश में अभियान भी चलाया था। 2009 में जब बीजेपी गठबंधन को सत्ता नहीं मिली थी तब बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने EVM पर सवाल उठाये थे। उसके बाद तो EVM को लेकर BSP,RJD, TMC और कांग्रेस ने आरोपों की झड़ी लगा दी थी।

बीजेपी ने अखिलेश यादव के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि एक्जीट पोल में अपनी हार को देख अखिलेश यादव बौखला गये हैं। इसीलिये ऐसे बेबुनियादआरोप लगा रहै हैं।

हालांकि बनारस में इवीएम हेराफेरी के आरोप के बाद हुए बवाल के बाद डीएम ने कहा कि 20 EVM सेट को सभी कैंडिडेट की संतुष्टिजनक जांच करके बक्से सील कराये गए और स्ट्रांग रूम परिसर से हटाए गए। सभी मशीन ट्रैनिंग की निकली। किसी भी मशीन का मुख्य चुनाव से संबंध नहीं पाया गया। सभी कैंडिडेट और पार्टी पदाधिकारी प्रस्थान कर गए। उनके प्रतिनिधि जो शिफ्ट वार निगरानी के लिए बैठे हैं उन सबकी पंडाल व्यवस्था की गई है।

फर्रुखाबाद में सातनपुर मंडी स्थित स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी जिला प्रशासन अलर्ट मोड में दिखा। देर रात्रि तक जिले के आला अधिकारियों का सातनपुर मंडी में लगा रहा जमावड़ा। डीएम व एसपी ने सातनपुर मंडी स्थित स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा। डीएम व एसपी के बिना जांच ब जरूरी अनुमति पत्र के बिना किसी को अंदर ना आने देने के सख्त निर्देश। सातनपुर मंडी स्थित स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है तैनात।

उधर बाँदा जनपद की चारों विधानसभा के मतों की गणना मंडी समिति तिंदवारी रोड में होनी है और यही पर स्ट्रांग रूम भी बनाया गया है। अखिलेश यादव के आह्वान के बाद बाँदा सपा जिलाध्यक्ष सहित दो दर्जन से ज्यादा सपाई मंडी समिति के बाहर पहुँच गए। मौके पर जब पुलिस ने भीड़ न लगाने को मना किया तो सपाइयों और पुलिस के बीच बहस भी हुई। हालांकि बाद में स्थिति सामान्य हो गयी।

मऊ में भी EVM में हेराफेरी की आशंका में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मतगणना स्थल के बाहर जुटे हुए हैं । सपा कार्यकर्ताओ की पुलिस से हुई नोकझोक । मतगणना स्थल के अंदर से बाहर आ रही मजिस्ट्रेट की गाड़ी को कार्यकर्ताओ ने किया चेक । EVM की सुरक्षा में बाहर अब्बास अंसारी सहित सभी नेताओं ने डाला डेरा । दो दिनों तक मतगणना स्थल के बाहर मौजूद रहे रहेंगे अब्बास अंसारी सहित सपाई ।

इसके अलावा इटावा, बाराबंकी, आजमगढ़ सहित सभी जिलों के स्ट्रॉंग रुम पर रात भर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्टाओं का जमावड़ा लगा रहा, और अभी भी है।

रिपोर्ट- धर्मेन्द्र कुमार सिंह

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