All Party Delegation: नई दिल्ली- आपरेशन सिंदूर पर केन्द्र सरकार का पक्ष रखने 40 सांसद जायेंगे विदेश और बतायेंगे आपरेशन सिन्दूर के बारे में साथ ही इस बात का खुलासा करेंगे कि किस तरह से पाकिस्तान ने इस मामले में झूठ बोला और पहलगाम में क्या कुछ हुआ ।
All Party Delegation
भारत का पक्ष रखने के लिए भारत सरकार सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेशों में भेज रही है। प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले सात नामों की आधिकारिक सूची सरकार ने शनिवार सुबह जारी कर दी थी। इन सात नेताओं में दो भाजपा सांसद, दो सहयोगी दलों जेडीयू और शिवसेना के सांसद, दो इंडिया गठबंधन के दलों डीएमके और एनसीपी के सांसद शामिल है। जिस नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है और विवाद भी है वो हैं कांग्रेस के लोकसभा सांसद शशि थरूर।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने जो सूची सरकार को भेजी थी उसमें शशि थरूर का नाम नहीं है। उसमें कर्नाटक से राज्यसभा सांसद डॉ सैयद नसीर हुसैन, लोकसभा में उपनेता गौरव गोगोई, पूर्व विदेश मंत्री आनंद शर्मा अमरिंदर सिंह वारिंग का नाम था। ये नाम संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू के आग्रह पर राहुल गांधी ने सरकार को दिए थे।
कांग्रेस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार किरण रिजिजू ने शशि थरूर का नाम भेजे जाने का आग्रह किया था । क्योंकि शशि थरूर संयुक्त राष्ट्र संघ में वरिष्ठ अधिकारी रह चुके हैं और विदेशी मामलों की उनको अच्छी समझ है। इस पर कांग्रेस ने कहा कि ये पार्टी पर छोड़ दिया जाए कि पार्टी किसका नाम देगी। कांग्रेस ने नाम नहीं दिया फिर भी सरकार ने जो सूची जारी की उसमें शशि थरूर का नाम सबसे ऊपर है।
शशि थरूर से वैसे भी कांग्रेस आजकल बहुत खुश नहीं है हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर पर शशि थरूर ने जो बयान दिया था वो पार्टी लाइन से अलग था। कांग्रेस ने अपनी डीब्रिफिंग में कहा कि जब सरकार ने शशि थरूर का नाम नहीं दिया तो सरकार कैसे खुद से फैसला ले सकती है. एक बड़े नेता ने तो मीडिया को ऑफ द रिकॉर्ड ये भी कह दिया – “शशि थरूर कांग्रेस में हैं लेकिन कांग्रेस के नहीं हैं”। उधर शशि थरूर ने भी अपनी अलग लाइन ले ली है उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा –“ देश को उनकी जरूरत है और वो उपलब्ध हैं । इसमें दलगत राजनीति का कोई अर्थ नहीं है बल्कि उनका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता दिखाना है”।यानि पार्टी नेतृत्व से खुले आम बगावत कर दी है । जयराम रमेश ने कहा कि सरकार ने पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से भी संपर्क किया था लेकिन उन्होंने कहा कि पार्टी तय करेगी वे खुद नहीं कर सकते। बहुत हद तक संभव है कि कांग्रेस शशि थरूर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर सकती है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शशि थरूर के नेतृत्व में सबसे बड़ा और अहम प्रतिनिधिमंडल अमेरिका जाएगा। उनके दल में विभिन्न दलों के सांसदों के साथ पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधु भी शामिल होंगे। ये प्रतिनिधिमंडल ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने और आतंकवाद पर भारत की जीरो टॉलरेंस नीति के बारे में बताएंगे ये भारत की कूटनीति का हिस्सा है।






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Reported By Mamta Chaturvedi

