नीतीश के वोट बैंक पर बीजेपी का एक और प्रहार
लोकसभा चुनाव 2014 से पहले बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की कोर वोट बैंक लव कुश समीकरण पर चोट कर रही है ।
इस सिलसिले में शोषित इंकलाब पार्टी के इंडिया के साथ जाने जाने का ऐलान किया है ।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद ऐलान किया है ।गौरतलब है कि हम मुलाकात दिल्ली में सोमवार को हुई है
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि उनकी शोषित इंकलाब पार्टी जल्द ही एनडीए का हिस्सा बनी कि वे राज्य में एनडीए को मजबूत बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे।
नागमणि ने कहा कि बिहार की जनता केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से एनडीए की सरकार चाहती है । वह नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव की जोड़ी से उठ गई है उन्होंने कहा कि राज्य की जनता मन मिजाज से NDA के समर्थक है।
कौन है नागमणि कुशवाहा
नागमणि कुशवाहा बिहार के क्रांतिकारी नेता दिवंगत जगदेव प्रसाद के बेटे हैं ।जगदेव प्रसाद के गिनती प्रमुख समाजवादी नेताओं में होती है ।उन्होंने राज्य में शोषित वर्ग के लिए बड़ा आंदोलन छेड़ा था 1974 में जगदेव बाबू अरवल जिले के कुर्था में प्रदर्शन कर रहे थे तभी गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी ।उनके समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने आंदोलन को दबाने के लिए जानबूझकर जगदेव बाबू की हत्या की थी ।
इस मामले की बात करें तो अभी तक कुछ ही सुलझी नहीं है गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद जगदेव बाबू के बेटे नागमणि ने इस मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की है।
नीतीश की पार्टी जेडीयू के अति पिछड़ा समाज के कुर्मी और कोई भी समाज के वोटरों पर अच्छी पकड़ है इसे लव-कुश समीकरण कहा जाता है ।
बिहार में इन मतदाताओं की संख्या करीब 12 फीसदी है ।लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा लगातार नीतीश कुमार के वोट बैंक को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उपेंद्र कुशवाहा की बात करें तो वह जेडीयू छोड़कर एनडीए के साथ हो लिए है साथ ही बीजेपी ने कुशवाहा समाज से आने वाले सम्राट चौधरी को प्रदेश पार्टी की कमान सौंपी है अब नागमणि कुशवाहा भी अंधी के साथ जाने वाले हैं।