Gaurav Bhatia Press Conference: बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी से पूछा सवाल-गौरव भाटिया

Gaurav Bhatia Press Conference: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कांफ्रेंस करके राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा भाजपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी से कई सवाल पूछे।

Gaurav Bhatia Press Conference

आज के प्रेस कॉन्फ्रेंस बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु पर जो भारत की जनता सवाल पूछ रही है कांग्रेस पार्टी से और नकली गांधी राहुल गांधी से ।उन सवालों को इस आपके समक्ष रखेंगे और यह महत्वपूर्ण फैसला था इसलिए भी है क्योंकि यह भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को लेकर की जा रही है।

Gaurav Bhatia Press Conference हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत कैसे मजबूत हुआ है भारत की सेना को खुली छूट दी गई और ऑपरेशन सिंदूर में आतंकीस्थान को किस तरह से करारा प्रहार करके एक मजबूत संदेश दिया गया लेकिन यह भी देखा है कि विदेशी धरती से जो भारत के नेता प्रतिपक्ष है वह चार दिन से विदेशी धरती पर है और उनका केवल एक ही काम है वह काम है जो बढ़ता हुआ विकास की तरफ अग्रसर भारत है उसको बदनाम करो।

तो अगर विदेशी धरती पर अनरगल आरोप लगाकर राहुल गांधी हमारे भारत को बदनाम करने का प्रयास करते हैं तो हम भारत की धरती से वह सवाल पूछना चाहते हैं मल्लिकार्जुन जी से सोनिया गांधी से राहुल गांधी से कृपया करके सभी नागरिकों को इस बात का उत्तर दें यूपीए की सरकार में गृहमंत्री रहे और मनीष तिवारी जी उन्होंने जो खुलासा किया है कोई सरकार जिसको संवैधानिक जिम्मेदारी हो कि वह भारत की संप्रभुता की रक्षा करेगी वह सरकार विदेशी ताकतों के हाथ में कठपुतली बन गई।

पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए एयर मार्शल ने कहा था कि हमें खुली छूट दीजिए, लेकिन मनमोहन जी रिमोट की सरकार थी।

26/11 आतंकी हमले के बाद राहुल गांधी सुबह तक नाच गाना डांस कर रहे थे। यह है राहुल गांधी प्रतिपक्ष।

ये बहुत प्रतिष्ठित अखबार की खबर है।

उसवक्त देश सॉलिड एक्शन का इंतजार कर रहा था और सोनिया गांधी वॉशिंगटन के इशारे का

हिन्द का गद्दार कौन है? वह है जो विदेशी धरती पर अनरगल आरोप लगाता है

एक साक्षात्कार में पी. चिदंबरम जी ने कहा कि 26/11 हमले के बाद पूरी दुनिया, दिल्ली पर दबाव बना रही थी कि युद्ध न किया जाए, और विदेश मंत्रालय की सलाह के बाद सरकार ने कार्रवाई को टाल दिया।

संप्रभुता का पहला सबक यही है कि बाहरी ताकतें हमारे मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगी।

लेकिन यूपीए सरकार के दौरान मंत्री रहे पी. चिदंबरम जी ने कहा कि मनमोहन जी की सरकार ने निर्णय लिया कि 26/11 के आतंकी हमले के बाद कोई आक्रमण या युद्ध नहीं किया जाएगा।

26/11 के आतंकी हमले के दो-तीन दिन बाद अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट, ओडालिजा राइज, भारत आईं और उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन जी से कहा कि कृपया इस पर प्रतिक्रिया न दें।

और मनमोहन सिंह जी की सरकार ने प्रतिक्रिया नहीं दी। 165 भारतीय मारे गए, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।

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Reported By Mamta Chaturvedi