नई दिल्ली:
2024 लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा बदलाव किया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपनी टीम बना ली है। नई टीम में कुल 10 पदों पर बदलाव किया गया है। इससे पहले अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य कार्यों में बदलाव का ऐलान किया था। राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव है। इन राज्यों पर खासतौर से फोकस किया गया है ।
आइए नजर डालते हैं कि कहां पर किस तरीके का बदलाव किया गया है:
बीजेपी संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद सबसे महत्वपूर्ण पद राष्ट्रीय महासचिव में तीन नेताओं को हटाया गया है 2 नए चेहरों को जगह दी गई है। एक महासचिव पद अभी भी खाली है जो 3 महासचिव हटाए गए हैं उनमें यह नाम शामिल है-
डी पुन्देश्वरी डी पुन्डेश्वरी को हाल ही में आंध्र प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है उनको सुबे की राजनीति में बीजेपी के जड़ को मजबूत करने का काम दिया गया है।
सीटी रवि हाल ही में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हारे सीटी रवि को केंद्रीय टीम से हटाया गया है। सीटी रवि कर्नाटक में वोकलिंगा समाज से आते हैं। बताया जा रहा है कि सीटी रवि को जल्द कर्नाटक की टीम में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।
दिलीप सैकिया असम से आने वाले दिलीप सैकिया को महासचिव पद से हटाकर उनका कद छोटा किया गया है। दिलीप सैकिया महासचिव बने तब से उनके पास किसी राज्य का प्रभार नहीं था और शुरुआत से ही राज्य की राजनीति की तरफ ज्यादा आमुख रहे।
दो नए राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए हैं उनके नाम है
संजय बंदी : संजय बंदी को बीजेपी में महासचिव बनाकर उनका कद बड़ा कर दिया गया है। कुछ हफ्ते पहले तक संजय बंदी तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष थे लेकिन उनका कार्यकाल खत्म होने और सूबे की सियासत में उनके खिलाफ लामबंदी की वजह से संजय को हटाकर उनकी जगह जी किशन रेड्डी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। तेलंगाना में बीजेपी की जड़ों को मजबूत करने में संजय बंदी की अहम भूमिका रही है दिल्ली में हुए बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने भी तारीफ की थी।
राधा मोहन अग्रवाल: यूपी के गोरखपुर से आने वाले जुझारू नेता माने जाने वाले राधा मोहन अग्रवाल केरल के प्रभारी हैं। माना जा रहा है कि अग्रवाल के कद को बढ़ाकर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के बनिया वर्ग को साधने और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैलेंस करने की कोशिश की है। राधा मोहन अग्रवाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की अदावत पुरानी है।
इस तरह से आज जारी हुई नई सूची में कुल 8 महासचिव बनाए गए हैं जबकि 1 पद अभी भी खाली है। सामान्य तौर पर बीजेपी के 9 राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाते हैं। वही बात करें उपाध्यक्ष पद में परिवर्तन की तो इसमें भी तीन नेताओं को हटाया गया है और 4 नए नेताओं को मौका दिया गया है । हटाए गए तीन नेता तीन राष्ट्रीय उपाध्यक्षो में इन प्रमुख नेताओं के नाम शामिल है-
राधा मोहन सिंह बिहार के चंपारण से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह फिलहाल उत्तर प्रदेश के प्रभारी थे। उनको जेपी नड्डा की नई टीम में जगह नहीं। मिली बताया जा रहा है कि उनके स्वास्थ्य और आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयारी की वजह से उनको संगठन के दायित्व से मुक्त किया गया है।
दिलीप घोष पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को फिलहाल अपने लोकसभा क्षेत्र पर फोकस करने को कहा गया है मौजूदा बीजेपी बंगाल यूनिट के साथ दिलीप घोष के लगातार कंफ्रंट करने से काफी नाराजगी थी।
भारती सियाल गुजरात से आने वाली सांसद भारती बेन शियाल को पार्टी की गतिविधियों में रुचि कम देखी गई थी।
बीजेपी ने आज चार राष्ट्रीय उपाध्यक्षो के नाम का ऐलान किया ।इनमें चार नेताओं के नाम शामिल हैं-
लक्ष्मीकांत बाजपेई बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत बाजपेई को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव रहा है। प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पार्टी को जातिमान रखने और कार्यकर्ताओं के हमेशा सुलभ रहने वाले वाजपेई को नई भूमिका देकर पार्टी ने यूपी के जातीय समीकरण को साधने की कोशिश की है।
तारिक मंसूरी मुस्लिम समुदाय से तारिक मंसूर को पार्टी ने उपाध्यक्ष बनाकर अल्पसंख्यक समुदाय खासतौर पर पसमांदा समाज से जुड़ाव का एक बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है। तारिक मंसूरी फिलहाल यूपी में एमएलसी है और पूर्व में अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में वीसी भी रह चुके हैं वह प्रैक्टिकल और प्रागमेटिक नेता माने जाते हैं।
सरोज पांडे सरोज पांडे विधानसभा चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ से आती हैं और उनको संगठन में काम करने का लंबा अनुभव रहा है। अमित शाह के अध्यक्ष रहते हुए उनकी टीम में सरोज पांडे महासचिव रही महाराष्ट्र जैसे महत्वपूर्ण राज्य के प्रभारी भी रही।
लता उसेंडी लता उसेंडी छत्तीसगढ़ में रमन सिंह सरकार में मंत्री रही, जो अब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में आदिवासी समूह की प्रतिनिधित्व करेंगी। एक तरह से देखें तो रमन सिंह से लेकर सरोज पांडे और लता उसेंडी तक चुनावी राज छत्तीसगढ़ से बीजेपी की राष्ट्रीय टीम में तीन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए हैं।
वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम में तीन राष्ट्रीय सचिव बनाए गए और तीन राष्ट्रीय राष्ट्रीय सचिव पद से हटाए गए
कामाख्या प्रसाद तासा असम से राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा संगठन के काम में रुचि लेते हैं। विद्यार्थी परिषद, युवा मोर्चा असम प्रदेश की टीम में काम करने का अनुभव है और पैसे से कभी पत्रकार भी रहे पूर्वोत्तर में विभिन्न जाति समूहों में अच्छी पकड़ और चाय बागान कर्मियों में अच्छा काम रहा है।
सुरेंद्र सिंह नागर यूपी से सुरेंद्र सिंह ना्गर को बीजेपी राष्ट्रीय टीम में जगह देकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर के आसपास के गुर्जर समाज को साधने की कोशिश की गई है।
अनिल एंटोनी हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाले अनिल एंथोनी केरल में बीजेपी की साख बढ़ाने के काम में जुटे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के पुत्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कामों से प्रभावित होकर भाजपा से जुड़े थे पार्टी में प्रमुख पद देकर बीजेपी ने क्रिश्चियन समुदाय से जुड़ाव का एक संदेश दिया है।
साथ ही तीन राष्ट्रीय सचिव बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम से हटाए गए हैं वह हैं-
हरीश द्विवेदी यूपी के बस्ती से सांसद रहने वाले हरीश द्विवेदी को संगठन में काम करने का गहरा अनुभव युवा मोर्चा से लेकर पार्टी में मुख्य बॉडी में सचिव के तौर पर उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण से जिम्मेदारी निभाई है ।बताया जा रहा है कि द्विवेदी को पार्टी जल्दी कोई महत्वपूर्ण दायित्व दे सकती है वह फिलहाल बिहार के सह प्रभारी के तौर पर काम देख रहे हैं।
विनोद सोनकर यूपी के कौशांबी से सांसद और खटीक समाज के प्रमुख चेहरा के तौर पर बीजेपी संगठन में काम करने का विस्तृत अनुभव है विनोद सोनकर फिलहाल त्रिपुरा के सह प्रभारी के तौर पर कार्यरत हैं।
सुनील देवधर पूर्व संघ प्रचारक रहे राष्ट्रीय सचिव देवधर फिलहाल आंध्र प्रदेश के प्रभारी थे इससे पहले वह त्रिपुरा के भी प्रभारी रहे सुनील देवधर को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के पद से सुधीर अग्रवाल को हटाया गया है। सुधीर अग्रवाल की जगह उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है। सुधीर अग्रवाल को मध्यप्रदेश में कोई अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है । घोषित सूची को देखते हुए कहा जा सकता है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी पुरानी टीम पर एक बार फिर से भरोसा जताया है लेकिन आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक बदलाव करते हुए सामाजिक क्षेत्रीय कंपोजिशन बैठाने की कोशिश की गई है।
ममता चतुर्वेदी