संविधान दिवस समारोह के मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया| इस मौके पर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह खटीक , अर्जुन राम मेघवाल राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम, अरुण सिंह मौजूद रहे इसके अलावा संगठन महामंत्री बिल संतोष मौजूद रहे।
यही नहीं इस कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे हरियाणा से बीजेपी सांसद यूपी धनकर उत्तराखंड से बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद नरेश बंसल समेत तमाम सांसद और नेता मौजूद।।संविधान दिवस समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
सबसे पहले शुरुआत केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र घटक ने किया संविधान दिवस समारोह के मौके पर वीरेंद्र खटीक ने कहा 26 नवंबर 1949 में हमने संविधान के प्रारूप को अंगीकार किया था इसके पहले ब्रिटिश का संविधान हमारे देश में चलता था लेकिन आज का दिन पूरे देशवासियों के लिए गर्व का था उसे दिन को गौरवशाली दिवस के तौर पर मनाने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया 26 नवंबर 2015 से संविधान दिवस के रूप में बने की शुरुआत किया।
आज पूरा देश उत्सव के रूप में संविदा संविधान दिवस को मना रहा है।
देश की आजादी के बाद हमारा अपना संविधान जिसमें हमारी राजनीतिक आर्थिक औद्योगिक भौगोलिक प्राकृतिक समाज के आने वाले विविधताओं को ध्यान में रखते हैं उसने संविधान तैयार की संविधान में जो व्यवस्था की गई उनकी व्यवस्थाओं को वर्षों से स्वतंत्रता के पश्चात सरकारे आई गई लेकिन संविधान के प्रति सम्मान देने का जो भाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया गुजरात में जब वह मुख्यमंत्री थे संविधान की सम्मान यात्रा निकाला गया उसे पूरे देश का ध्यान आकर्षित हुआ उसके पश्चात यहां पर 2015 से संविधान दिवस मनाया जा रहा है हम भाग्यशाली कार्यकर्ता है कि ऐसा गौरवशाली नेता तो हमें मिला है।
संविधान दिवस समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित करते हुए कहा-आज के दिन हम बाबा साहब अंबेडकर को याद करते हैं उनका बड़ा योगदान रहा है यह संविधान देश को आगे बढ़ाने में कार्य कर साबित हो रहा है संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में डॉक्टर अंबेडकर साहब को याद करना जिन्होंने संविधान सभा के की अध्यक्षता की और तमाम बारीकियां को रखा बाबासाहेब अंबेडकर ने बहुत शब्द अच्छे शब्दों में हम लोगों के बीच में रखा जिसे हम संविधान के रूप में जानते हैं भीमराव अंबेडकर को और राजेंद्र प्रसाद को नमन करते हैं और बाबा साहब अंबेडकर को विशेष तौर पर याद करते हैं बहुत अच्छे तरीके से दुनिया का सबसे बड़ा संवैधानिक ग्रंथ बना दिया इसलिए हम सब उनको याद करते हैं।
आज के ही दिन जब हम 26 नवंबर को याद करते हैं तो आवश्यक ही यह भी हो जाता है कि हम 26 11 को भी याद करें आज के ही दिन मुंबई में जो हमले हुए जिसमें आम लोग हमारे नागरिक बंधु और विदेशी पर्यटक भी कुछ हताहत हुए साथ में कुछ सुरक्षा कर्मचारी भी शहीद हुए आज उनको भी याद करना आवश्यक है क्योंकि उन्होंने अपनी जानती और जिस तरीके से यह हमला हुआ था उसे समय जिन लोगों ने उनको बचाने के लिए योगदान दिया ऐसे हमारे सुरक्षा कर में हम श्रद्धांजलि देते हैं उनको याद करते हैं।
अगर हम संविधान दिवस की बात करें तो अंबेडकर जी की तरफ से हम लोगों को बहुत बड़ा गिफ्ट है अभी हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उसका सदुपयोग करते हुए देश को आगे चलने में इसका योगदान है यह भी बताना चाहूंगा कि हमें ध्यान में रखना चाहिए कि संविधान तो 1949 में बनकर तैयार हो गया था और 26 नवंबर ड्राफ्टिंग कमिटी न्यूज़ रिपोर्ट को एक्सेप्ट किया संविधान दिवस के रूप में मनाने में देश के नेतृत्व को तय करने में 65 साल लग गए।
यह देश के नेतृत्व के बारे में एक प्रश्न खड़ा करता है यह भी हम सबको ध्यान में रखना चाहिए कि संविधान गौरव यात्रा बतौर मुख्यमंत्री गुजरात के नरेंद्र मोदी जी ने शुरुआत की।
और यह भी ऐतिहासिक सत्य है जब वह 2014 में भारत के प्रधानमंत्री बने 2015 में 19 नवंबर को हमारे सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय नोटिफिकेशन निकाला संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाएगा।
यह खुशी की बात तो है ही लेकिन सोचने के लिए भी मजबूर करता है कि आजादी की बात तो है ही जिन लोगों ने इतने सालों तक देश पर राज किया उनकी प्रतिबद्धता उनके कॉन्शसनेस उनकी सोच में संविधान की जगह क्या थी इस पर एक सब प्रश्न खड़ा होता है जब संविधान दिवस मनाने की बात आई 2015 में उसे समय कांग्रेस पार्टी के लोगों ने कहा कि 26 जनवरी तो हम मानते रहते हैं फिर 26 नवंबर बनाने की क्या जरूरत है दो दिन तक बहस चल उसमें पहली बार संविधान दिवस मनाया।
ऐतिहासिक तथ्य इसलिए रखना चाहता हूं कि जब वह संविधान दिवस की बात करते हैं तो उनको देश को पता होना चाहिए कि देश के सामने संविधान को सही तरीके से पेश करने में किस पार्टी का योगदान है कि नेतृत्व का योगदान है वह है भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ।
75 साल बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान की शपथ ली या अपने आप में बड़ी बात
किसी भी इस्लामिक कंट्री में तीन तलाक नहीं है लेकिन हमारे देश में था
हम तीन तलाक को चला रहे थे लेकिन इसे समाप्त करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान के सही मायने में रक्षक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
महिला आरक्षण पहले ही आ चुका था 96 में ही आ चुका था लोकसभा में रखा गया था लेकिन 30 साल तक इंतजार किसने करवाया कौन थे। लंबे समय तक की अभी लोकसभा में पड़ा रहा इस पर फैसला नहीं हो पाया लेकिन अभियान के साथ हम कह सकते हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पीएम मोदी 2 में या बिल पारित हुआ और आज भारत की बहन अगली पार्लियामेंट में 33 फीस दिए रिजर्वेशन के साथ आएंगे।
हम कहते थे ओबीसी को न्याय दिलाएंगे लेकिन संवैधानिक दर्जा नहीं था वह दर्जा देने का काम मोदी की सरकार ने किया। विकास क्षेत्र को रिजर्वेशन देने का काम भी मोदी सरकार ने किया ।
एक विशेष पार्टी ने संविधान की मूल आत्मा पर कई बार ठेस पहुंचाने और तोड़ने का काम किया।90 बार कांग्रेस पार्टी ने चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम किया ।
जजों की नियुक्तियों में भी इस तरीके का काम किया गया।
बाबा साहब अंबेडकर के इस्तीफा को क्यों छुपाया गया क्यों देश के सामने नहीं लाया गया
हमको जानना चाहिए कि संविधान निर्माता जब चुनाव लड़ने गए तो उनके सामने कौन चुनाव लड़ा
वह कौन था जिसने बाबा साहब को संसद आने से रोकने का काम किया
बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिया लेकिन लंबे समय तक कांग्रेस सत्ता में थी लेकिन बाबा साहब को भारत रत्न तब मिला जब बीजेपी सत्ता में