Chirag Paswan: भावुक हुए चिराग,हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को संभाला,प्रदेश में मेरी पहचान जमुई से है

Chirag Paswan: जमुई की जनता ने जो प्यार दिया आज जिस तरीके से सबके आंखों में आंसू देख कर, मुझे नहीं पता कि मेरी पार्टी आने वाले समय में क्या फैसला करती है मुझे कहां से चुनाव लड़ाती है।

Chirag Paswan

Chirag Paswan: चिराग पासवान ने कहा आज जिस तरीके से सब लोग रास्ता रोक रहे हैं”भैया जमुई को छोड़कर मत जाइएगा”मुझे लगता है कि सबसे बड़ी चीज ये मैने कमाई, उनका विश्वास, उनका प्यार हमने कमाया। 2014 में जरूर सांसद बनकर आया था,पर 2019-24 में मेरा रिश्ता जमुई के बेटे के रूप में रहा।

मैंने पहले भी कहा था युवावस्था में आया हूं बुजुर्ग बनाकर जाऊंगा। अब मुझे यह नहीं पता कि वह सांसद के रूप में होगा या किसी रूप में होगा पर एक बेटा बनकर तो जरूर रहेगा। एक बेटे के रूप में एक बेटे के रूप में एक भाई के रूप में एक साथी के रूप में उम्र भर रिश्ता रहेगा। मेरे वजूद को बनाने वाले जमुई के लोग है।

प्रदेश भर में चिराग पासवान या उनके बिहार फर्स्ट बिहार फर्स्ट को जानते हैं तो जमुई की लोगों की वजह से।आज जब उनकी आंखों में आंसू देख रहे हैं यही हमने कमाया।बोलते बोलते चिराग भावुक हो गए थोड़ी देर के लिए वह कुछ बोल नहीं सके। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह फैसला आसान नहीं है राजनीति  एक तरफ है।पर यह फैसला आसान नहीं होगा।


जनता को निराशा तो हाथ नही लगेगी…मुझे नहीं पता आने दिनो में पार्टी क्या करेगी।

तेजस्वी के दिए गए बयान की आरजेडी माई,बाप  की पार्टी है .. इस बयान पर चिराग पासवान ने कहा कि मुझे नहीं पता वह कैसे-कैसे टर्मिनोलॉजिस्ट ला रहे हैं। जब वो माई समीकरण की बात बोलते थे, हम लोग भी माई समीकरण पर विश्वास रखते थे।मेरा माई समीकरण महिला और युवा का था। मैं जमात में विश्वास रखता हूं। मैं जात-पात में विश्वास नहीं रखता। इसलिए मैं जमात की बात करता हूं। हमारे प्रधानमंत्री भी जमातों की बात करते हैं। विशेष रूप से चार जमातो की, महिलाओं की युवाओं की  किसानों की बात की और गरीबों की बात की।

मैं  मानता हुआ कि अगर कोई एक भेद हो सकता है जो सिर्फ अमीरी और गरीबी के बीच हो सकता है। एक अमीर जो अमीर होता जा रहा है। दूसरा गरीब जो गरीब होता जा रहा है। आप विकसित देश विकसित बिहार की निर्माण तब तक नहीं कर सकते हैं। जब तक गरीब वर्ग के हर एक व्यक्ति का हाथ पकड़ कर उसे मुख्यधारा के साथ नहीं जोड़ते हैं। चाहे ही वह व्यक्ति अगड़ा हो, पिछड़ा हो,दलित हो, अनुसूचित जनजाति हो, या किसी वर्ग से आता हो। महिला हो पुरुष  हो हिंदू,मुस्लिम, जैन,ईसाई कोई हो,आपको हर उस व्यक्ति को जोड़ना होगा।मैं 21वीं सदी का पढ़ा लिखा युवा हूं।मैं केंद्रीय विद्यालय,मेडिकल कॉलेज की बात करता हूं।मैं जात-पात पर विश्वास नहीं करता।

बता दे की जमुई के झाझा में केंद्रीय विद्यालय के उद्घाटन समारोह में भाग लेने मंगलवार को पहुंचे थे।जहा उनके कार्यकर्ताओं ने कुछ ऐसा किया, जिसके बाद चिराग भी अपने आप पर काबू नहीं रख पाए। कार्यकर्ताओं के साथ साथ चिराग पासवान भी भावुक हो गए और अपने कार्यकर्ताओं के साथ बात कर उन्हें समझाने लगे।

इस दौरान जब चिराग कार्यक्रम से बाहर निकलकर अपनी गाड़ी में बैठे और बाहर जाने लगे तब वहां सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उनके गाड़ी के सामने आकर लेट गए और उन्हें जमुई छोड़कर जाने से रोकने लगे। गौरतलब हो की कयास यह भी लगाए जाने लगे है शायद यह चिराग पासवान का जमुई दौरा अंतिम तो नही है।ऐसे में चर्चा इस बात की भी है कि चिराग हाजीपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। चिराग पासवान कई बार हाजीपुर की सीट पर दावा कर चुके हैं।चिराग ने हर बार यह साफ किया है कि हाजीपुर उनके पिता रामविलास पासवान की सीट रही है और उसपर उनका ही पहला अधिकार है।ऐसे में जमुई में इस बात की भी चर्चा है कि संभवतः चिराग हाजीपुर से चुनाव लड़ सकते हैं।

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