CM Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुलाई विधायक दल की बैठक पत्नी को सौंपेंगे कमान

Hemant Soren wife kalpana soren

CM Hemant Soren: झारखंड के राजनीति में आज बहुत कुछ होने वाला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बड़ा फैसला ले सकते हैं। प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झामुमो विधायक दल की बैठक बुलाई है।

CM Hemant Soren

CM Hemant Soren: बताया जा रहा है कि ईद की संभावित कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायकों से आगे की रणनीति सजा कर सकते हैं झारखंड के भाजपा नेताओं का दावा है कि ईडी के संबंध और संभावित कार्रवाई को देखते हुए हेमंत सोरेन इस्तीफा देकर अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

साल 2024 के शुरू होते ईडी की कारवाई शुरु हो गई है। 2 जनवरी 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए 15 जनवरी को सुबह-सुबह रांची और राजस्थान के 10 ठिकानों पर ईडी का छापा इसमें से अधिकतर छापेमारी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी ठिकानों पर हुई।

दिल्ली और झारखंड के मुख्यमंत्री को ईडी का संबंध भेजा जा चुका है।हेमंत सोरेन को सात बार और दिल्ली के मुख्यमंत्री को तीन बार सामान भेजने के बाद भी वह पूछताछ के लिए नहीं आए ।आज हम चर्चा करेंगे कि किन राज्यों में मुख्यमंत्री या सरकार के मंत्रियो के खिलाफ ईडी की कार्रवाई चल रही है।

झारखंड में 86 हलचल तेज है सत्तारुढ झारखंड मुक्ति मोर्चा मुख्यमंत्री का चेहरा बदल सकता है। हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को नया सीएम बना सकते हैं ।यह अटकल है इसलिए तेज हो गई है क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई तेज हो गई है।

इन चर्चाओं को बल तब मिला जब साल के आखिरी दिन गांडेय सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार 4:30 बजे पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में वर्तमान सियासी संकट पर चर्चा होने की संभावना है। आपको बता दें कि हेमंत सोरेन से एक भूमि स्वदेशी जुड़ी मनी लेंडिंग से संबंधित मामले में प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ करना चाहती है। अभी तक प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से सात बार संबंध भेजे जा चुके हैं। इसे ईडी का आखिरी संबंध बताया गया है। कानून कानूनी जानकारी मानते हैं कि यदि ईडी चाहे तो सोरेन के घर जाकर पूछताछ कर सकती है या गिरफ्तार भी कर सकती है यही वजह है कि हेमंत सोरेन किसी भी कार्रवाई से पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी सुरक्षित रखने की तरफ कदम बढ़ा सकते हैं।

जानकार मानते हैं कि गठबंधन विधायकों की बैठक में ईडी के किसी भी एक्शन लेने की स्थिति में विकल्पों पर चर्चा की जाएगी आगे की रणनीति बनाई जाएगी । उसके बाद हेमंत सोरेन अगला कदम उठा सकते हैं। हालांकि सूत्रों की माने तो नेतृत्व परिवर्तन और नए नेतृत्व का फैसला अभी आगे टाला भी जा सकता है। इससे पहले मंगलवार को महाधिवक्ता राजीव रंजन को सीएम हाउस बुलाया गया था जिसके बाद चर्चा होने लगी थी। सूत्र कहते हैं कि सीएम ने ईडी को जवाब देने के संबंध में ही महाधिवक्ता से बातचीत की थी।

मुख्यमंत्री को प्रवर्नतन निदेशालय के हालिया समन और सोमवार को विधायक सरफराज अहमद के अचानक इस्तीफा के अटकालीन तेज हो गई । विपक्षी दल भाजपा का दावा है कि अहमद को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया ताकि मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन ईडी के समन के संबंध में किसी भी स्थिति में गांडेय सीट से चुनाव लड़ सके।

झारखंड विधानसभा की कुल 81 सिम हैं इसमें मनोनीत सदस्य भी शामिल है बहुमत के लिए 81 सीटों की जरूरत होती है झामुमो के नेतृत्व में सरकार है सत्ता पक्ष में जामुन के अलावा राजद कांग्रेस वाले और मनोनीत सदस्य का समर्थन है झामुमो की सबसे ज्यादा 29 सीट हैं कांग्रेस के 17 विधायक हैं राजद वाले मनोनीत सदस्य की संख्या एक-एक है सत्ता पक्ष में कुल 49 विधायक है।

इसे भी पढे-Chanakya Niti: चाणक्य की 10 बातें सफलता के लिए कर लीजिए याद