तीनों कृषि कानूनों की वापसी वाले बिल्कुल लोकसभा और राज्यसभा से मंजूरी मिल गई है इसके बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जिस प्रकार से इन कानूनों को रद्द किया गया बिना किसी बातचीत के वह दिखाता है कि सरकार चर्चा से डरती है साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि चर्चा नहीं होने दी एमएसपी पर शहीद अन्नदाता के लिए न्याय पर लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी पर यही नहीं राहुल गांधी ने कहा जोशी ने संसद से चर्चा का अधिकार फेल है डरपोक है।
यही नहीं राहुल गांधी ने कहा कि तीन काले कानूनों को वापस लेना पड़ेगा ही हमने पहले ही कहा था हमें पता था कि तीन-चार बड़े पूंजीपतियों की शक्ति भारत के किसानों के सामने खड़ी नहीं हो सकती और वही हुआ काले कानूनों को रद्द करना पड़ा यह किसानों के सफलता और देश की जीत है. इसके नाम राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा करते हुए देश से माफी मांगी यानी कि उन्होंने माना कि उनसे गलती से 700 लोगों की जानें गई तो प्रधानमंत्री को गलती करने के लिए मुआवजा भी देना चाहिए।
यह राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने इस विधेयक में कहा कि किसानों का एक समूह प्रदर्शन कर रहा है या किसानों का अपमान है पहले आपने इनको खालिस्तानी कहा और अब आप इन्हें किसानों का समूह कह रहे हैं यह किसानों का समूह नहीं बल्कि देश के सारे किसान हैं यह समझते हैं कि कौन सी शक्तियां इन आक्रमण…