ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं के साथ जघन्य अपराधों के दोषी बालेश धनखड़ पर चुप्पी तोड़ें मोदी- कांग्रेस

ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ भाजपा के प्रमुख रहे धनकड़, मोदी से हैं करीबी संबंध

भाजपा ऐसे अपराधियों को संरक्षण देती है और मामलों का खुलासा होने पर चुप्पी साध लेती है

नई दिल्ली, 11 मार्च

कांग्रेस ने ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं के साथ जघन्य अपराधों के दोषी भाजपा नेता बालेश धनखड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चुप्पी तोड़ने की मांग की है। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि भाजपा ऐसे अपराधियों को संरक्षण देती है और जब भी ऐसे मामलों का खुलासा होता है, सरकार चुप्पी साध लेती है।

मंगलवार को कांग्रेस कार्यालय से पत्रकारों को संबोधित करते हुए महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने बताया कि उन्हें विजय चौक पर मीडिया से बात करने से रोक दिया गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया और कहा कि सरकार सच को दबाने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि बालेश धनखड़ ऑस्ट्रेलिया में “ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ भाजपा” के प्रमुख रह चुके हैं। हाल ही में उन्हें ऑस्ट्रेलिया की अदालत ने महिलाओं के साथ बलात्कार, ब्लैकमेलिंग और अश्लील वीडियो बनाने के मामले में 40 साल की सजा सुनाई है।

लांबा ने बताया कि बालेश धनखड़ प्रधानमंत्री मोदी के करीबी रहे हैं और कई बार उनसे मुलाकात कर चुके हैं। बालेश धनखड़ को प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में विशेष निमंत्रण भेजा गया था। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बालेश की तस्वीरें भी दिखाईं।

लांबा ने मास रेपिस्ट एनडीए नेता प्रज्वल रेवन्ना, भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण, गुजरात के पूर्व मंत्री समेत अन्य नेताओं द्वारा महिलाओं के साथ किए गए अत्याचारों की याद दिलाते हुए भाजपा पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अब बालेश धनखड़ के कुकर्मों को छुपाने में भी भाजपा जुट गई है। उसे डर रहता है कि धनखड़ जैसे लोगों ने अपना मुंह खोल दिया तो पार्टी के बड़े-बड़े नेता बेनकाब हो जाएंगे।

लांबा ने मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि आज तक प्रधानमंत्री न वहां गए, न वहां की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने आगे कहा कि संसद में महिलाओं के मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद थी, लेकिन प्रधानमंत्री संसद सत्र के बीच में ही मॉरीशस यात्रा पर चले गए।

उन्होंने सीधा सवाल पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी जी और उनके कार्यालय को बालेश धनखड़ के कुकर्मों की जानकारी नहीं थी। अगर जानकारी थी, तो ऐसे अपराधी को संरक्षण क्यों दिया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से प्रधानमंत्री के संबंधों के कारण भारत की छवि धूमिल हो रही है।