Delhi Prant Sangh Shiksha Varga: दिल्ली प्रान्त संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) का समापन15 दिन चले वर्ग में 225 शिक्षार्थियों ने लिया भाग

दिल्ली प्रान्त संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) का समापन
15 दिन चले वर्ग में 225 शिक्षार्थियों ने लिया भाग


दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दिल्ली प्रान्त द्वारा पिछले 15 दिन से चल रहे संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) के समापन समारोह का आयोजन सोमवार 16 जून 2025 की शाम को आर. ए. गीता विद्यालय, शंकर नगर, शाहदरा, दिल्ली में किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श्री अनिल ओक जी मुख्य वक्ता तथा भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल (सेवानिवृत्त)  राजेश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श अनिल ओक जी ने समाज एवं स्वयंसेवकों से अपने जीवन में पंच परिवर्तन अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंच परिवर्तन के अंतर्गत हम सब अपने दैनिक जीवन में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली, नागरिक कर्तव्य पालन एवं स्वदेशी को अपनाएं।


संघ शताब्दी वर्ष की चर्चा करते हुए ओक ने कहा कि पूजनीय डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी, जिन्हे हम सभी पूजनीय डॉक्टर साहब भी कहते है, भारतवर्ष की तत्कालीन परिस्थितियों का गहन आकलन करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हिन्दू समाज का संगठन किए बिना काम नहीं चलेगा। इसलिए उन्होंने 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की।
आज समाज में संघ को जानने की उत्सुकता की चर्चा करते हुआ मुख्य वक्ता अनिल ओक जी ने समाज से आह्वान किया कि वह संघ को बाहर से नहीं संघ के अंदर आ कर संघ को जाने।


उन्होंने कहा कि आज विश्व एक अंधेर गली से गुजर रहा है ऐसे में आज पूरा विश्व भारत की तरफ देख रहा है। विश्व में कुछ देश है जो कहते है कि हम विश्व को 21 बार नष्ट कर सकते है। लेकिन भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो कहता है कि हम 21 बार बसा सकते है। सदियों से सम्पूर्ण सृष्टि के लिए भारत का मंत्र रहा है – सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामय।
कार्यक्रम को मुख्य अतिथि एयर मार्शल (सेवानिवृत्त)  राजेश कुमार जी ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रान्त संघचालक डॉ. अनिल अग्रवाल जी एवं इस संघ शिक्षा वर्ग के सर्वाधिकारी डॉ. महेश व्यास जी की भी उपस्थिति रही।


डॉ, केशव बलिराम हेडगेवार जी ने भारत को परम वैभव पर ले जाने के ध्येय से 1925 में जिस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की वह संघ अपने 100 वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है । इस ध्येय को प्राप्त करने की दृष्टि से सुयोग्य कार्यकर्ताओं के निर्माण हेतु संघ शिक्षा वर्गों का आयोजन किया जाता है।
संघ शिक्षा वर्ग की शुरुआत 1927 में हुई, फिर कुछ सालों बाद इनका नाम ‘अधिकारी शिक्षा वर्ग’ हो गया। बाद में वर्ष 1950 में इन वर्गों को ‘संघ शिक्षा वर्ग’ के नाम से जाना जाने लगा। वर्ष 2024 से वर्गों के प्रारूप में परिवर्तन किया गया। अब प्रारंभिक वर्ग- 3 दिन, प्राथमिक शिक्षा वर्ग -7 दिन, संघ शिक्षा वर्ग -15 दिन, कार्यकर्ता विकास वर्ग-1(पूर्व में संघ शिक्षा वर्ग द्वितीय) – 20 दिन, कार्यकर्ता विकास वर्ग-2 (पूर्व में संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष )- 25 दिन का होगा। संघ शिक्षा वर्ग के दो प्रकार हैं – 18 से 40 वर्ष आयु के सामान्य वर्ग, और 41 वर्ष की आयु से ऊपर के लिए विशेष वर्ग।


इस वर्ष दिल्ली प्रांत का संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) आर ए गीता विद्यालय, शंकर नगर, शाहदरा में रविवार 1 जून 2025 से प्रारंभ हुआ जो मंगलवार 17 जून 2025 को प्रातः संपन्न होगा।


इस संघ शिक्षा वर्ग में 18 से 40 वर्ष की आयु के कुल 225 शिक्षार्थी भाग ले रहे। जिनमें 222 दिल्ली से तथा एक मुंबई से एवं दो तेलंगाना प्रांत से शिक्षार्थी आए। इन 225 शिक्षार्थियों में से 93 स्कूल विद्यार्थी, 89 स्नातक से लेकर बी टेक, एम टेक एवं पीएचडी तक के विद्यार्थी तथा 43 कर्मचारी, प्राध्यापक, अध्यापक, सरकारी कर्मचारी एवं व्यवसायी शामिल है।
15 दिन तक चले इस वर्ग में शिक्षार्थियों को विभिन्न प्रकार के औपचारिक प्रशिक्षण दिए गए। शारीरिक रूप से सुदृढ़ बनाने हेतु प्रतिदिन सुबह शाम शारीरिक प्रशिक्षण हुआ। मानसिक एवं वैचारिक स्पष्टता हेतु बौद्धिक प्रशिक्षण दिया गया।


यहां कार्यकर्ताओं ने सामूहिक जीवन का प्रशिक्षण प्राप्त किया अर्थात सबके साथ समरस होकर सबको सहयोग करते हुए निश्चित व्यवस्था अनुसार अपने सभी काम पूर्ण करना। शिक्षार्थियों को पंच परिवर्तन के प्रशिक्षण के साथ ही उनमें संवेदनशीलता एवं सेवाभाव को और विकसित करने का प्रशिक्षण भी दिया गया।

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