- पं. जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के 20वें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री का उद्बोधन
- बोले, यह वह पीढ़ी है, जिसकी आंखों में एक सशक्त और विकसित भारत का दृढ़ संकल्प है
- मानद ‘डॉक्टर ऑफ लिटरेचर’ की उपाधि से सम्मानित किए गए केंद्रीय मंत्री शेखावत
उदयपुर, 11 अप्रैल। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि भारत के नवनिर्माण के साक्षी ही नहीं, बल्कि उसमें अपनी भूमिका भी निभा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने युवाओं की इस पीढ़ी को अमृत पीढ़ी कहा है। यह वह पीढ़ी है, जिसकी आंखों में महज सपने नहीं, बल्कि एक सशक्त और विकसित भारत का दृढ़ संकल्प है।
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पंडित जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डिम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी) में आयोजित 20वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया। शेखावत को यूनिवर्सिटी द्वारा मानद ‘डॉक्टर ऑफ लिटरेचर’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में 90 विद्यार्थियों को पी.एचडी की उपाधि और 90 को उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि भारत आज उस कालखंड से गुजर रहा है, जो युगों-युगों में एक बार आता है। आज भारत दुनिया का सबसे ज्यादा युवा देश है। इतने युवा तो भारत की अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि भारत ने बीते एक दशक में, खासतौर पर शिक्षा और युवाहित से जुड़े क्षेत्रों में जो मीलस्तंभ कायम किए हैं, वे ऐतिहासिक हैं, शानदार हैं। इस कालखंड में युवाओं की क्षमता के विकास और उनके भविष्य के लिए संभावनाओं के अनंत द्वार खुले हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत जहां 1.4 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया गया, वहीं 54 लाख से अधिक युवाओं की कौशल क्षमता को बढ़ाया गया। आज देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 780 के पार हो गई है। पिछले 10 वर्षों में 7 आईआईटी, 16 आईआईआईटी, 7 आईआईएम, 15 एम्स, 315 मेडिकल कॉलेज, 3000 आईटीआई और 390 विश्वविद्यालयों की स्थापना कर देश में उच्चतर शिक्षा का विस्तार ऐतिहासिक मुकाम तक पहुंचाने का काम किया गया है। बड़ी बात यह है कि हम इस दिशा में न रुके हैं और न थमें हैं।
दीक्षांत समारोह छात्र जीवन में लौटने जैसा
शेखावत ने कहा कि दीक्षांत समारोह में शामिल होना मेरे लिए छात्र जीवन में फिर लौटने जैसा है। विश्वविद्यालय परिसर के अनुभव और सीख की मेरे जीवन और व्यक्तित्व निर्माण में एक बड़ी भूमिका रही है, इस लिहाज से भी यह मेरे लिए एक भावपूर्ण क्षण है। डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि अपनी शिक्षा और प्रशिक्षण को यशस्वी दीक्षा के रूप में पूरा करते हुए आज से छात्रों के जीवन का एक नया सफर शुरू हो रहा है। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ की प्रशंसा करते हुए शेखावत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान की यशस्विता लंबे समय से रही है। इस यशस्विता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ का अहम योगदान रहा है।
आर्थिक ताकत बना भारत
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जल्द ही हम विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। हमारी ये मजबूती उस भारत की मजबूती है, जो प्रधानमंत्री जी के विलक्षण नेतृत्व में विकसित भारत की दिशा में एकजुटता के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। 140 करोड़ भारतीय आज आजादी के शताब्दी वर्ष तक अपने देश को वैश्विक फलक पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए मिलकर कदम बढ़ा रहे हैं। यह एक बड़ा प्रण है, एक ऐतिहासिक संकल्प है। उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि आप युवाओं के सामर्थ्य से राष्ट्र निर्माण का यह अमृत संकल्प जरूर पूरा होगा।