Green Hydrogen Production in UP: जापान यूपी ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन को स्थापित करेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

Green Hydrogen Production in UP: सीएम योगी के निर्देश पर जापान पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने उद्यमियों से की मुलाकात,ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन और ऊर्जा नवाचार को बढ़ावा देने के लिए साझेदारियों पर हुई चर्चा,उत्तर प्रदेश को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मिलेगी मदद

Green Hydrogen Production in UP

लखनऊ, 28 जुलाई : योगी सरकार उत्तर प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है। इसी के तहत ग्रीन हाइड्रोजन अौर नवीकरणीय ऊर्जा पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इससे न केवल रोजगार के नये अवसर बढ़ेंगे बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। ऐसे में सीएम योगी के निर्देश पर एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान के साथ ग्रीन हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने की दिशा में अहम कदम उठाया है। जापान के उद्यमियों ने प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए अपनी स्वीकृति दी है।

जापान के उद्यमी प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन अौर ऊर्जा नवाचार को देंगे नई दिशा
योगी सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान में टोयोटा मिराई नामक अगली पीढ़ी की हाइड्रोजन फ्यूल सेल कार के बारे में चर्चा की, जो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के संयोजन से ऊर्जा उत्पन्न करती है। वहीं केवल पानी उत्सर्जित करती है। यह तकनीक उत्तर प्रदेश की शून्य उत्सर्जन परिवहन नीति के लिए एक बेहतरीन उदाहरण हो सकती है। इसके अलावा हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और ऊर्जा नवाचार को बढ़ावा देने के लिए संभावित साझेदारियों पर भी चर्चा की गयी। इन प्रयासों से उत्तर प्रदेश को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मदद मिलेगी। यूपीनेडा के निदेशक ने प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के लिए वैश्विक संस्थाओं के साथ सहयोग को और मजबूत करने की आवश्यकता जतायी। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा, जलविद्युत और बायोमास आधारित विद्युत उत्पादन जैसे ऊर्जा स्रोतों का सही उपयोग किया जा सकता है। प्रतिनिधिमंडल ने जापान के यामानाशी प्रान्त स्थित कई अत्याधुनिक स्थलों का दौरा किया, जिनमें नेसार्ड (NESRAD)ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, संटोरी हकुशू डिस्टिलरी (जहां पॉवर-टू-गैस तकनीक संयंत्र है) और हाइड्रोजन रिसर्च सेंटर शामिल हैं। इन शोध परक यात्राओं से उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम वैश्विक प्रक्रियाओं और नवीन समाधानों को अपनाने में मदद मिलेगी।

हरित हाइड्रोजन के उत्पादन को स्थापित होंगे सेंटर अाॅफ एक्सीलेंस
प्रतिनिधिमंडल ने जापान के उद्यमियों से हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और सतत ऊर्जा एवं गतिशीलता में नवाचार को प्रोत्साहित करने वाले उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना के लिए साझेदारियों पर भी चर्चा की। याेगी सरकार काा यह प्रयास प्रदेश में हरित हाइड्रोजन और अन्य स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के लिए एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान यूपीनेडा के निदेशक ने प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के लिए वैश्विक संस्थानों के साथ सहयोग को विस्तार देने में गहरी रुचि जताई।

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