India International Trade Fair: आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 42वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड पैवेलियन हॉल नं-5 पर प्रतिभाग किया जा रहा है।
India International Trade Fair
India International Trade Fair: उत्तराखण्ड पैवेलियन के निदेशक प्रदीप नेगी मे बताया कि राज्य के पैवेलियन में कुल 36 स्टॉल लगे हैं, जिसमें जनपद हरिद्वार, देहरादून, पौढ़ी गढ़वाल, चम्पावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, चमोली एवं टिहरी जनपद के शिल्पियों द्वारा उत्पादित उत्पादों के विपणन हेतु स्टॉल लगाये गये है। पैवेलियन में सरकारी विभागों की ओर से पर्यटन, खादी बोर्ड, एवं औद्योगिक बोर्ड द्वारा प्रतिभाग गया है तथा उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्ताशिल्प विकास परिषद् के अधीन हिमाद्रि का भी स्टॉल लगा है।
पैवेलियन में उत्तराखण्ड राज्य के माह दिसम्बर, 2023 में प्रस्तावित उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट(UKGIS)-2023 पर भी फोकस किया गया है। उत्तराखण्ड पैवेलियन में अल्मोड़ा की प्रसिद्व बाल मिठाई, चम्पावत लोहाघाट की लोहे की कढ़ाई, हरिद्वार की लोही शॉल, चम्पावत के उलन के कपडें़ ऋषिकेश के स्टोन एवं उत्तराखण्ड की दालें मुख्य आर्कषण का केन्द्र बनी हुई है।
इस वर्ष भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की थीम ‘‘वसुधैव कुटुंबकम(United by Trade)’’ है। मेले में फोक्स राज्यों में दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर और झारखंड व पार्टनर राज्यों में बिहार और केरल के रूप में प्रतिभाग कर रहा है।
उत्तराखण्ड पैवेलियन के निदेशक प्रदीप नेगी मे बताया कि राज्य के पैवेलियन में कुल 36 स्टॉल लगे हैं, जिसमें जनपद हरिद्वार, देहरादून, पौढ़ी गढ़वाल, चम्पावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, चमोली एवं टिहरी जनपद के शिल्पियों द्वारा उत्पादित उत्पादों के विपणन हेतु स्टॉल लगाये गये है। पैवेलियन में सरकारी विभागों की ओर से पर्यटन, खादी बोर्ड, एवं औद्योगिक बोर्ड द्वारा प्रतिभाग गया है तथा उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्ताशिल्प विकास परिषद् के अधीन हिमाद्रि का भी स्टॉल लगा है।उत्तराखण्ड पैवेलियन के निदेशक प्रदीप नेगी मे बताया कि राज्य के पैवेलियन में कुल 36 स्टॉल लगे हैं, जिसमें जनपद हरिद्वार, देहरादून, पौढ़ी गढ़वाल, चम्पावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, चमोली एवं टिहरी जनपद के शिल्पियों द्वारा उत्पादित उत्पादों के विपणन हेतु स्टॉल लगाये गये है। पैवेलियन में सरकारी विभागों की ओर से पर्यटन, खादी बोर्ड, एवं औद्योगिक बोर्ड द्वारा प्रतिभाग गया है तथा उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्ताशिल्प विकास परिषद् के अधीन हिमाद्रि का भी स्टॉल लगा है।
इसे भी पढे:-Chanakya Niti: इन क्षेत्र के लोगों से रहे सावधान हमेशा देते हैं धोखा