रेलवे ने दी महाराजगंज को सौगात, नई रेलवे लाइन को दी मंजूरी-पंकज चौधरी

Maharajganj New Electric rail Line: महाराजगंज जिले को रेलवे की तरफ से बड़ी सौगात मिली है। भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने गति शक्ति स्कीम के तहत पूर्वोत्तर रेलवे के आनंद नगर से वाया महाराजगंज नई रेलवे लाइन को मंजूरी दी है। रेलवे ने 527 किलोमीटर की इलेक्ट्रिक रेल लाइन के लिए 958.27 करोड़ की मंजूरी देती है। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Chaudhary,Mos Finance) ने शनिवार को दी।

रेलवे से मंजूरी करने मिलने के बाद केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 1999 से महाराजगंज रेल लाइन को लेकर लगातार प्रयासरत थे। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार के समय से ही उनका प्रयास जारी था।

इसके अलावा केंद्रीय वित्तराज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ हुई कई दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को इस बारे में अधिसूचना जारी की है। बहुप्रतिक्षित रेलवे लाइन के बिछ जाने से पंजाब और दिल्ली से असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों की ओर चलने वाली ज्यादातर रेल गाड़ियां इसी रास्ते से गुजरेंगी । इससे जहां रेल रूट घट जाएगा वहीं रेलवे की ढुलाई लागत में कमी आएगी।

भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर महाराजगंज जनपद मुख्यालय अलग-अलग पड़ा हुआ था जिससे यहां के लोगों को गोरखपुर जाकर ट्रेन पकड़ना पड़ता था। आनंद नगर से वाया महाराजगंज की रेलवे लाइन की मांग बहुत दिनों से थी। घुंघली से महाराजगंज को जोड़ते हुए आनंद नगर की रेलवे लाइन से जिले के साथ ही रेलवे को भी फायदा मिलेगा।

गोरखपुर रेलवे लाइन पर लोड कम करने के लिए बिहार और बंगाल से आने वाली ट्रेन इस रूट से गुजरेंगी। इसके साथ ही नेपाल से जो भारत का व्यापार है वह कंटेनर ट्रेनिंग हल्दिया से सीधा सोनाली सीमा तक पहुंचेंगी। जिससे व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी। इस लाइन से नॉर्थ ईस्ट का एक पैरेलल रूट रेलवे को मिलेगा साथ ही महाराजगंज जिले के विकास में और प्रगति होगी।