Israel-Hamas War: संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र में गाजा में मानवीय आधार पर संघर्ष विराम में भारत के वोट न करने को लेकर केंद्र की सरकार विपक्ष के हमेशा आने पर आ गई है।
Israel-Hamas War
Israel-Hamas War: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के रूख पर हैरानी जताई और विदेश नीति की जमकर आलोचना की। प्रियंका गांधी ने कहा कि वह भारत सरकार के इस कदम से शर्मिंदा है। आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देती है और स्टैंड लेने से इनकार करना उन सभी चीजों के खिलाफ है जिसके लिए देश एक राष्ट्र के रूप में खड़ा है। मैं स्तब्ध और शर्मिंदा हूं कि हमारे देश ने ग़ाज़ा में युद्ध विराम के लिए मतदान करने से पहले परहेज किया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन ने ग़ाज़ा में संघर्ष विराम का प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव को भारी बहुमत से अपनाया गया 120 देशों ने इसके पक्ष में वोट किया। 14 ने इसका विरोध किया 45 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया भारत के अलावा गैर हाजिर रहने वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया कनाडा जर्मनी जापान यूक्रेन और यूके शामिल है।
इसके अलावा भारत ने अपने गैर मौजूदगी रहने की ठोस वजह बताई है भारत सरकार ने कहा है कि प्रस्ताव में हमास का जिक्र नहीं था और संयुक्त राष्ट्र को आतंक के खिलाफ सांफ संदेश देने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उपस्थाई प्रतिनिधि योजना पटेल ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास ने अचानक हमला किया जिसमें 1400 लोग मारे गए इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी बंधक बनाए गए लोगों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम उनके तत्काल रिहाई का आह्वान करते हैं। आतंकवादी एक घातक बीमारी है और इसकी कोई सीमा राष्ट्रीयता नस्ल नहीं होती दुनिया को ऐसा करना चाहिए।
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