JDU Meeting: पीएम की दावेदारी में पिछड़ने की टीस, बिहार में क्यों टूट के कगार पर आई JDU

Nitish Kumar

JDU Meeting: लोकसभा चुनाव से पहले दिसंबर के मौसम में सियासी पारा हाई है। जनता दल यूनाइटेड के अंदर जो खबरें आ रही है। वह बड़े फिर बादल की तरफ इशारा कर रही है। इस फेर बदल में सबसे बड़ा नाम जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह का सामने आ रहा है। चर्चा है कि लल्लन सिंह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।

JDU Meeting

JDU Meeting: सूत्रों की बैठक में लल्लन सिंह की जगह किसी और को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। लल्लन सिंह के इस्तीफे हवा तब मिली जब 19 दिसंबर को विपक्षी इंडिया गठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार के नाराज़ होने की खबर आई। वही दूसरी ओर सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार अपने पार्टी अध्यक्ष लल्लन सिंह से नाराज है और 29 तारीख को हटाया जाएगा। बीजेपी और जनता दल का गठबंधन टूटा तब इसके पीछे लल्लन सिंह का हाथ था।

लल्लन सिंह की सलाह पर ही जेडीयू और आरजेडी का गठबंधन हुआ और उस वक्त राजनितिक गलियारों चर्चा चली कि नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन के पीएम के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाएगा। जेडीयू बडा झटका तब लगा रहा इंडिया गठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा जो ममता बनर्जी और केजरीवाल ने pm उम्मीदवारी के लिए घर के के नाम को आगे का दिया जिससे नीतीश कुमार पचा नहीं पाए और यह इनकी नाराजगी की खबरें तेज हो गई।

सवाल यह उठता है कि नीतीश कुमार ललन सिंह को हटाएंगे। राजनीति के जानकार मानते हैं कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और लोकसभा चुनाव सिर पर है बिहार की सत्ता में नीतीश कुमार की एंट्री के बाद से ही लल्लन सिंह उनके मुख्य रणनीतिकार माने जाते हैं। जेपी आंदोलन से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह मुंगेर लोकसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड के सांसद है। तीन बार के लोकसभा सांसद लल्लन सिंह करीब 30 सालों से नीतीश कुमार के साए की तरह मौजूद रहे हैं। मौजूदा परिस्थितियों में नीतीश कुमार अगर लल्लन सिंह को हटाने का रिस्क लेते हैं तो उन्हें फैसला लल्लन को भरोसे में रखकर ही करना होगा क्योंकि चर्चा इस बात की है कि जनता दल यूनाइटेड टूट सकती है।

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